राजेन्द्र यादव की विशेष रिपोर्ट.....
महराजगंज जनपद में वन्य जीव का जीवन जल प्रदुषण और शिकार माही बना जंगली जीवों के अस्तित्व पर संकट
अफसरशाही और हवाई कागजी आंकड़े डाल रहा सच्चाई पर पर्दा
वन विभाग वना मुकदर्शक नाक के नीचे हो रही शिकार माही बताते चलें सोहगीबरवा वन जीव प्रभाग महराजगंज को शासन ने सेंचुरी क्षेत्र घोषित कर हर वर्ष करोड़ों रुपए खर्च कर वन्य जीवों के लिए मुफीद पनाहगाह बनाने की कोशिश कर रही है वहीं अभयारण्य में तैनात अफसर शाह गैर जिम्मेदाराना रवैया से सरकार की कोशिश पर पानी फेर रहें हैं जहां जल प्रदुषण पर जंगल के बाहर जल के नमुने दे कर जल प्रदुषण बोर्ड को मुर्ख बना शासन को ग़लत रिपोर्ट भेजते हैं वहीं वर्तमान परिस्थितियों में सोहगीय बरवा वन्य जीव प्रभाग के मधवलीया रेंज के अंतर्गत बहनें वाली मलाव नाले का जल प्रदुषण जलीय जीवों के लिए नहीं है मुफीद,कैमरे में कैद तस्वीरें चीख-चीख कर कागजी खानापूर्ति की पोल खोल रही है मलाव नाले में मरी हजारों मछलीयां जल प्रदुषण की गवाही देने के लिए पर्याप्त है ऐसा नहीं है कि वन विभाग इस सबसे अनजान है मलाव नाला मधवलीया रेंज चौकी तथा मधवलीया गेस्टहाउस से महज पांच सौ मीटर की दूरी पर स्थित है ऐसे वन विभाग की भूमिका संदेह के दायरे आना लाजमी है
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