कोरोना को रोकने प्रशासन कर रहा सख्ती की तैयारी, सीमावर्ती क्षेत्रों में कोरोना टेस्ट के बाद ही लोगों को मिलेगा प्रवेश

कोरोना को रोकने प्रशासन कर रहा सख्ती की तैयारी, सीमावर्ती क्षेत्रों में कोरोना टेस्ट के बाद ही लोगों को मिलेगा प्रवेश



आज कलेक्टर पुष्पेन्द्र कुमार मीणा ने कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में जिला टास्क फोर्स की बैठक बुलाई। इस बैठक में कलेक्टर ने जिले में बढ़ते कोरोना प्रकरणों को गंभीरता से लेते हुए तुरंत कार्यवाही करने के लिए निेर्देश दिए। जिसके तहत् जिले में धारा 144 का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही तथा मास्क एवं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करने वालों पर आर्थिक जुर्माना लगाने को कहा। इसके अतिरिक्त दुकानों में बिना मास्क लगाये ग्राहकों को सामान देने पर ऐसे दुकानदार के विरूद्ध कार्यवाही कर दुकानों को बंद कराने को कहा। जिले में मौसमी पलायन के तहत् जिले में वापस आ रहे श्रमिकों को गांवों में ही क्वारेंटाइन सेंटर में रखने एवं ऐसे पारे या मौहल्ले जहां पांच से अधिक कोरोना के मरीज पाये जा रहे उन्हें कंटेनमेंट जोन घोषित कर उस क्षेत्र के सभी लोगों की कोविड-19 की जांच कराने को कहा। साप्ताहिक बाजारों में आये व्यवसायियों को अब अपने साथ तीन दिनों के भीतर की कोरोना जांच की रिपोर्ट अपने साथ लानी आवश्यक होगी एवं ऐसे व्यवसायी जो साथ रिपोर्ट नहीं लाये हैं उनकी बाजार में ही कोरोना जांच की जावेगी। बिना कोरोना जांच के किसी भी व्यवसायी को बाजार में दुकान लगाने की अनुमति नहीं होगी। होम आईसोलेशन में रह रहे मरीजों एवं उनके परिजनों को घरों से निकलने की अनुमति नहीं होगी तथा प्रतिदिन प्रशासन की ओर से निर्मित दल होम आईसोलेशन में रह रहे मरीजों के घरों का निरीक्षण करेगा। कोरोना संक्रमित मरीजों को होम आईसोलेशन में सुविधाएं प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराई जायेंगी।


सभी विकासखण्डों में 100 बिस्तरों का बनेगा कोविड अस्पताल

इस बैठक में कलेक्टर ने सभी विकासखण्डों में 100-100 बिस्तरों के कोविड अस्पताल के निर्माण के लिए निर्देशित किया जिसके तहत् इस सप्ताह के अंत तक 50-50 बिस्तरों के कोविड अस्पताल का निर्माण कर इनमें पर्याप्त आॅक्सीजन की सप्लाई करने को कहा। इस प्रकार जिले में अगले सप्ताह तक कुल 700 बिस्तरों के कोविड अस्पताल का निर्माण कर लिया जावेगा। होम आईसोलेटेड मरीजों के घरों के सामने होम आईसोलेशन पत्र लगाये जाएंगे साथ ही कान्टेक्ट ट्रेसिंग के द्वारा मरीज में कोरोना के कारणों का पता लगाकर संक्रमण फैलने के कारणों की जड़ों तक पहुंचने का प्रयास किया जा रहा है।

आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं मितानिन टीकाकरण अभियान में लोगों को केन्द्रों तक लाने करेंगी सहयोग

कलेक्टर ने टीकाकरण पर जोर देते हुए जिले में टीकाकरण अभियान तेज करने के लिए जिले की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं मितानिनों को अभियान से जोड़ते हुए 45 वर्ष से अधिक आयु के सभी व्यक्तियों का सर्वे कर उन्हें टीकाकरण केन्द्रों तक लाने की जिम्मेदारी प्रदान की गई है। इसके लिए ग्राम स्तर के सभी अधिकारियों जैसे पटवारी, सचिव, आरएईओ, कोटवार, एडीईओ को भी टीकाकरण अभियान में लोगों को केन्द्रों तक लाने की जिम्मेदारी दी गई है।

जिले में प्रवेश पर होगी कोरोना जांच

कलेक्टर ने जिले के सभी मुख्य मार्गों पर बेरिकेटिंग के द्वारा रोक कर लोगों की कोरोना जांच करने को कहा। इसके लिए जिले के समस्त बस स्टेण्डों पर यात्रियों की कोरोना जांच की जावेगी साथ ही रायपुर की ओर से कोण्डागांव जिले में आने वाले समस्त यात्रियों की भी एंटीजन कोरोना जांच करवाई जाएगी एवं फोटो आईडेंटीटी कार्ड तथा सामान्य जानकारी दर्ज कराकर आरटीपीसीआर जांच हेतु रिपोर्ट भी भेजी जाएगी। इस संबंध में कलेक्टर ने बताया कि राज्य के मुख्य नगरों में कोरोना संक्रमण वृहद् स्तर पर फैल रहा है ऐसे में जिले में आ रहे लोगों की जांच कर उन्हें स्थिति बिगड़ने के पूर्व उपचार उपलब्ध कराना प्रशासन की प्राथमिकता है ताकि जिले में कोरोना से होने वाली मृत्यु को रोका जा सके।

शादीयों में भीड़ पर होगी कार्यवाही

कलेक्टर ने आदेश जारी कर शादीयों एवं अन्य सामाजिक कार्यों में बिना अनुमति 50 से अधिक व्यक्तियों के सम्मिलित होने पर रोक लगा दी गई है। किसी भी अवसर पर 50 से अधिक व्यक्तियों की कार्यक्रमों में भीड़ पाई जाती है तो प्रशासन द्वारा इस पर सख्त कार्यवाही की जावेगी एवं आयोजक पर आर्थिक जुर्माना भी लगाया जाएगा। मेडिकल दुकानों में सर्दी-खांसी के मरीजों को दवा देने से पूर्व उनकी जानकारी दर्ज करना आवश्यक होगा एवं ऐसे सभी मरीजों की कोरोना जांच भी कराई जावेगी साथ ही सभी शासकीय कार्यालयों में प्रवेश वर्जित कर दिया गया है। आम जनता को अब अपने कार्य हेतु आवेदन एवं शिकायतों के संबंध में कार्यालय के सामने बनाये गये कांउटर पर ही आवेदन जमा कराने होंगे।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ