राजेन्द्र यादव की रिपोर्ट
महराजगंज :फरेन्दा सर्किल के अन्तर्गत पुरंदरपुर थाना क्षेत्र के सोहरवलिया खुर्द टोला परसोहिया में बीते दिनों दो प्रधान पद के प्रत्याशियों में जमकर मारपीट हुई थी जिसमें दोनों पक्ष से दर्जनभर लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे।जिसमें गम्भीर रूप से घायल औरंगजेब पुत्र हेसामुद्दीन का गोरखपुर में एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था। जिसका शनिवार को देर रात अस्पताल में ही इलाज के दौरान मौत हो गई।गाँव में तनावपूर्ण स्थिति देख कर फरेन्दा क्षेत्राधिकारी सुनिल दत्त दूबे ने गाँव में फरेन्दा कोतवाल गिरिजेश उपाध्याय,परसामलिक थाना प्रभारी,शाह मोहम्मद,एवं पुरन्दरपुर थानाध्यक्ष सहित भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है,आपको बता दें कि सबरे आलम उर्फ चौधरी व सहाबुद्दीन उर्फ चैतु दोनों सगे पट्टीदार हैं। दोनों प्रधान पद के लिए आमने सामने उक्त गाँव में चुनाव लड़े थे।औरंगजेब गोरखपुर में मेडिकल की पढ़ाई कर रहा था,कोरोना के बढ़ते संक्रमण के कारण विद्यालय बन्द था,इसलिए औरगंजेब घर चला आया था, इसी बीच त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव जनपद में 19 अप्रैल को सम्पन्न हुआ,कि 21 अप्रैल 2021 को दोनों पट्टीदारों में मारपीट का वारदात हो गया था। चुनाव तो केवल पांच साल के लिए ही रहेगा लेकिन घर का चिराग जीवन भर के लिए बुझ गया। औरंगजेब की मृत्यु पट्टीदारों के लिए जीवन भर के लिए काटा बन गया है।इस घटना से गाँव समेत ज्वार के लोग रो पड़े हैं। आप को बता दे कि 8 वर्ष पूर्व पुरन्दरपुर थाना क्षेत्र के बढ़या में उक्त घटना की तरह वारदात हुआ था,जिसमें मालती व महबूब आलम पुत्र शोहरत के बीच मारपीट हुआ था,मालती सहित उसके तीन बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए थे,जिसका मालती 6 माह तक अस्पताल में इलाज के लिए जिन्दगी मौत की जंग लड़ती रहीं और आज भी दवा के सहारे ज़िंदगी मौत से जूझ रही हैं और आरोपी सरेआम घूम रहे हैं, पुलिस आरोपी को पकड़ने में नाकाम रही।पुरन्दरपुर प्रभारी निरीक्षक आशुतोष सिंह ने बताया कि शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हेतु के लिए भेज दिया गया,अभियुक्तों की तलाश की जा रही है।
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