उत्तर प्रदेश के जनपद कुशीनगर के इंटरनेशनल एयरपोर्ट को डीजीसीए ने सभी औपचारिकताएं पूरी करते हुए लाइसेंस जारी कर दिया है। अब इस एयरपोर्ट से उड़ान को लेकर सभी बाधाएं दूर हो गई हैं। यह एयरपोर्ट उत्तर प्रदेश का तीसरा व देश का 87वां लाइसेंसी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बन गया है। यहां से अब देशी-विदेशी पर्यटकों के साथ पूर्वांचल सहित पश्चिम बिहार व नेपाल के सीमावर्ती लोगों को आने जाने में सुविधा हो जाएगी। अब सरकार पर निर्भर है कि उड़ान की तिथि कब निर्धारित करती है। केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बताया कि कुशीनगर हवाईअड्डे को डीजीसीए से यूपी का तीसरा लाइसेंस प्राप्त अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बनने के लिए आवश्यक मंजूरी मिल गई है। मंगलवार को नई दिल्ली में एयरपोर्ट निदेशक एके द्विवेदी ने डीजीसीए के डायरेक्टर जनरल अरुण कुमार से लाइसेंस प्राप्त किया। डायरेक्टर जनरल सिविल एविएशन (डीजीसीए) की आपत्तियां लाइसेंस में बाधक बन रही थीं, जिसके चलते एयरलाइंस कम्पनियां उड़ान के लिए आने से कतरा रहीं थी। तीन माह पूर्व डीजीसीए की टीम ने एयरपोर्ट का दौरा किया। टीम ने 50 से अधिक बिंदुओं पर खामियां पाई थीं। साथ ही एयरपोर्ट अथार्टी ऑफ इंडिया (एएआई) को नोटिस देकर आपत्तियां दूर करने को कहा था।आपत्तियां दूर कर एएआई पुनः लाइसेंस के लिए प्रस्तुत हुआ। जांच के बाद डीजीसीए ने लाइसेंस जारी कर दिया। दूसरी तरफ एएआई ने एयरलाइंस कम्पनियों को उड़ान शुरू करने के लिए आमंत्रित कर दिया है।
स्पाइस जेट, इंडिंगो, गो एयर, एयर इंडिया, थाई एयरवेज, मिहिर लंका समेत दो दर्जन से अधिक देशी विदेशी कम्पनियों को न्योता गया है। प्रथमदृष्टया फोकस बौद्ध व खाड़ी देशों से जुड़ी एयरलाइंस कम्पनियों पर है। कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निदेशक एके द्विवेदी ने बताया कि फोर सी कैटेगरी में लाइसेंस मिला है। यह लाइसेंस रनवे और जहाज की कैटेगरी को लेकर जारी किया गया है। यहां छोटे से लेकर बड़े जहाज आसानी से आ-जा सकते हैं। इस एयरपोर्ट से डोमेस्टिक व इंटरनेशनल दोनों प्रकार की उड़ानें होंगी। एयरलाइंस कम्पनियां सम्पर्क में हैं। बातचीत चल रही है। अब एयरपोर्ट के उद्घाटन की तिथि केंद्र व प्रदेश सरकार को मिलकर तय करना है।
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