जनपद कुशीनगर के बरवापट्टी थाना क्षेत्र के अमवा दीगर गांव में मंगलवार को विवादित जमीन पर एक पक्ष को कब्जा दिलाने गए पुलिसवालों पर ग्रामीणों का गुस्सा भड़क गया। खेत पर जुटे महिलाओं और पुरुषों ने लाठी डंडे और पत्थर चलाते हुए पुलिस कर्मियों को दौड़ा लिया। पथराव में दो पुलिस कर्मियों समेत कई ग्रामीण घायल हो गये। हालांकि पुलिस के अधिकारी पुलिसकर्मियों के घायल होने की बात से इनकार कर रहे हैं।
घटना के कुछ देर बाद मौके पर सीओ तमकुहीराज के नेतृत्व में पहुंची तीन थानों की फोर्स ने मोर्चा संभाला तब जाकर मामला शांत हुआ। पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को हिरासत में लिया है। मिली जानकारी के अनुसार ग्रामसभा अमवा दीगर के टोला भरपटिया में संपतिया देवी पत्नी चंचल और ग्रामीणों के बीच करीब 15 साल से जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। विवादित जमीन को संपतिया देवी बैनामा कराने का दावा करती हैं जबकि ग्रामीण उसे ग्राम सभा की भूमि बताते हैं। मंगलवार को दोपहर में बरवापट्टी थाने की पुलिस विवादित भूमि पर संपतिया देवी को कब्जा दिलाने पहुंच गई। ग्रामीणों को जानकारी मिली कि बिना किसी राजस्व कर्मी के विवादित भूमि पर संपतिया देवी को पुलिस द्वारा कब्जा दिलाया जा रहा है।
इस पर ग्रामीण लामबंद होते हुए उग्र हो गए। लाठी-डंडे और ईंट-पत्थर लेकर मौके पर पहुंच गए। वहां पुलिस औऱ ग्रामीणों में झड़प होने लगी। मामला बिगड़ता देख पुलिस कर्मियों ने पहले तो रौब दिखाने की कोशिश की लेकिन बाद में खुद को बचाते हुए वहां से भागना शुरू कर दिया। ग्रामीण काफी आक्रामक हो गए। उन्होंने पुलिस कर्मियों पर लाठी डंडे से हमला किया और पत्थर चलाना शुरू कर दिया। इसमें दो पुलिस कर्मियों के अलावा ग्रामीणों में राजू गुप्ता, बच्चा यादव, सावित्री देवी, कपिल गुप्ता, बबलू, रिकेश यादव, चंद्रशेखर, महाबीर सहित दर्जन भर से अधिक लोग घायल हो गए। पथराव की जानकारी होने के कुछ ही देर बाद सीओ तमकुहीराज फूलचंद कन्नौजिया के नेतृत्व में सेवरही, विशुनपुरा और बरवापट्टी थाने से पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची। तब जाकर स्थिति सामान्य हुई। गांव में अभी भी तनाव का माहौल है। पुलिस हालात पर नजर रखे हुई है।
फूलचंद कन्नौजिया, सीओ, तमकुहीराज ने बताया की
पथराव पुलिस पर नहीं बल्कि दोनों पक्षों में हुआ है। इसमें कोई पुलिस कर्मी घायल नहीं हुआ है। जो ग्रामीण घायल हुए हैं वे दोनों पक्ष से हुई पत्थरबाजी में घायल हुए होंगे। शांति भंग की आशंका में एक पक्ष के तीन लोग और दूसरे पक्ष के 24 लोगों को पाबंद किया गया है।
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