एटा राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण एवं राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के दिशा निर्देश तथा माननीय अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जनपद न्यायाधीश एटा के निर्देशानुसार सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्रीमती साधना कुमारी गुप्ता के द्वारा जनपद एटा में स्थित वृद्धाश्रम में निवास कर रहे व्यक्तियों हेतु विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा जनपद एटा में स्थित वृद्धाश्रम में निवास कर रहे सभी वृद्धजनों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक किया गया तथा वहां उपस्थित सभी वृद्धजनों की जिला चिकित्सालय एटा के चिकित्सक डॉ उत्सव जैन तथा उनकी टीम द्वारा शुगर एवं ब्लड प्रेशर की जांच कराई गई तथा उनके उपचार हेतु दवा वितरित की गयी। सचिव द्वारा वृद्धाश्रम में निवास कर रहे वृद्ध पुरुषों एवं महिलाओं की समस्याओं को सुना गया। उपस्थित वृद्ध जनों द्वारा वहां पीने के पानी की समस्या को बताया गया। सचिव महोदय द्वारा रसोईघर व कमरों का निरीक्षण किया गया वहां पाया कि उचित साफ-सफाई नहीं है। सचिव द्वारा रजिस्टरों का अवलोकन किया गया जिसमें रजिस्टर उचित प्रारूप में नहीं थे और ना ही उनके रजिस्टर नंबर चस्पा थे। सचिव द्वारा अधीक्षिका सुश्री काजल को निर्देशित किया गया कि रजिस्टरों को उचित प्रारूप में बनाए तथा साफ सफाई की उचित व्यवस्था करें, ताकि वृद्धजन एक अच्छा जीवन जी सकें। सचिव द्वारा वृद्धाश्रम में निवास कर रहे व्यक्तियों को कोरोना वायरस के लक्षणों के संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि कोरोना वायरस के बचने के लिए वे अपनी व्यक्तिगत स्वच्छता पर विशेष ध्यान दें तथा छीकते व खाँसते समय अपने मुंह पर कपड़ा अथवा रुमाल अवश्य बाँधे तथा हर पल अपने चेहरे पर मास्क लगाए रखें। सचिव द्वारा उन्हें यह भी अवगत कराया गया कि अपने हाथों को किसी भी साबुन से प्रत्येक 20 मिनट बाद धोते रहें अथवा सैनिटाइजर का प्रयोग करें तथा स्वयं को अस्वस्थ महसूस होने पर तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें। सचिव द्वारा अधीक्षक वृद्धाश्रम एटा को निर्देशित किया गया कि वृद्धाश्रम के अंदर साफ सफाई की पूरी व्यवस्था रखें और यदि कोई भी व्यक्ति अस्वस्थ नजर आए तो उसे तुरंत चिकित्सक से को दिखाएं। इस शिविर में सचिव द्वारा वृद्धाश्रम को कोविड-19 से सुरक्षित रखने के संबंध में अधीक्षक वृद्धाश्रम एटा द्वारा की गई व्यवस्था पर विस्तृत चर्चा भी की गई।
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