कासगंज।भले ही सरकार स्वच्छ भारत बनाने के लिए पानी की तरह पैसा वहा रही हो लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में अभी भी सड़को का हाल यह है कि यही पता नहीं चल पाता कि पानी में सड़क है या फिर सड़क पर पानी है। ऐसा ही मामला उस समय देखने में आया जब मीडिया की टीम जनपद के गांव ढोलना में स्वच्छता अभियान की पड़ताल करने निकली।जिस जगह सड़क पर गंदा नालियों का जल भराव था उस जगह रहने वाले वासिंदों का हाल नरक का जीवन जैसा प्रतीत होता है।
जनपद कासगंज के विकास खण्ड ढोलना में स्वच्छता अभियान की धज्जियां उड़ाई जा रही है। इस बात को यह भी कह सकते है कि प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत अभियान का मजाक बनाया जा रहा है।ग्रामीणों का कहना है कि सफाई के अभाव में नाले नालियां चैक पड़ी है।पहले उस जगह का पानी किसी के खेत में चल रहा था, अब उस व्यक्ति ने गांव का गंदा पानी अपने खेत में लेने से मना कर दिया।गांव का गंदा पानी सड़को पर चल रहा है।राहगीरों को पानी में होकर निकलने में काफी परेशानी होती है।ग्रामीणों ने यह भी बताया कि उन्होने प्रधान से भी शिकायत की लेकिन प्रधान कहते है कि अब तो हम कुछ कर ही नहीं सकते वस्ता जमा हो गया है।ग्रामीणों ने प्रर्दशन कर सरकार से पानी की व्यवस्था करने मांग की है।
0 टिप्पणियाँ