राजस्थान के बाड़मेर शहर के शिव क्षेत्र के एक गांव में 15 वर्षीय बालिका को घर से उठा कर खेत में ले जाकर चार लोगों ने गैंगरेप के बाद गला रेत कर हत्या कर दी। वहीं, शव को शिव अस्पताल मॉर्चरी में रखने के दौरान ग्रामीणों में आक्रोश फूट गया। घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने आरोपियों को फांसी देने की मांग करते हुए बाड़मेर-जैसलमेर हाइवे को जाम कर हंगामा और विरोध-प्रदर्शन किया। पुलिस और जनप्रतिनिधियों के आश्वासन के बाद जाम खुलवाया गया।
इस मामले में शिव थाने में पीड़िता के चाचा के द्वारा दर्ज़ रिपोर्ट के मुताबिक, रविवार की रात करीब 1 बजे नाबालिग और उसकी वृद्ध बीमार मां जो मानसिक रोगी है। दोनों अलग-अलग जगह पर सो रही थी। पड़ोस में पांती पर कृषि करने वाले अशोक पुत्र शंकराराम भील निवासी बुहल धोरीमन्ना, गोपालसिंह पुत्र डूंगरसिंह राजपूत निवासी सुवाला, खेताराम भील व एक अन्य ने नाबालिग के मुंह में कपड़ा ठूंसने के बाद उठा कर उसे खेत में ले गए।
ढाणी से करीब 300 मीटर दूर ले जाकर चारों बदमाशों ने गैंगरेप किया। बालिका के विरोध करने पर धारदार हथियार से उसका गला रेत कर हत्या कर दी। इस दौरान पड़ोस के खेत में मवेशियों के पास सो रहे मृतका के चाचा मौके पर पहुंचे तो चारों आरोपी वहां से भाग गए। इस दौरान, मृतका के चाचा ने टॉर्च की लाइट से चारों आरोपियों को भागते हुए देखा गया। दूसरी तरफ, एएसपी व बाड़मेर डीएसपी की निगरानी में सोमवार देर रात घेराबंदी कर मुख्य आरोपी अशोक भील को गिरफ्तार कर लिया है।
शिव थाना पुलिस ने नाबालिग के साथ गैंगरेप और हत्या के मामले में दस धाराओं में (450, 364, 376ए, 376डीए, 302, 120बी, लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम 2012 की धारा 5जी, 5एच, 5 आई और 6 पाक्सो एक्ट) में मामला दर्ज किया। वहीं, इस मामले में राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने एसपी से शिव क्षेत्र में नाबालिग की हत्या के मामले में तीन दिन में तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी है।
एसपी आनंद शर्मा ने बताया कि, पीड़ित परिवार को सरकार ने सीएम रिलीफ फंड से दो लाख रुपए की राशि का चेक सुपुर्द किया गया। मामले में कुल चार आरोपी है इनमें से तीन नामजद है। हमने मुख्य आरोपी को पकड़ लिया है और अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।
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