टीबी रोगी खोज अभियान में टीमें कोरोना और क्षय रोग में समझा रहीं अंतर,104 टीमों के द्वारा क्षय रोगियों की हो रही घर घर खोज

टीबी रोगी खोज अभियान में टीमें कोरोना और क्षय रोग में समझा रहीं अंतर,104 टीमों के द्वारा क्षय रोगियों की हो रही घर घर खोज

 


टीबी रोगी खोज अभियान में टीमें कोरोना और क्षय रोग में समझा रहीं अंतर

कासगंज में कार्यरत 104 टीमों के द्वारा क्षय रोगियों की हो रही घर घर खोज

107 प्रतिशत का टारगेट पूरा हो चुका, दिसम्बर माह मे 1200, व जनवरी मे 950 लोगों की जांच की गई

कासगंज। टीबी हारेगा-देश जीतेगा अभियान के तहत क्षय रोगियों के खोजने का काम गति पकड़ने लगा है। जिले में कार्यरत 104 टीमों के सदस्यों ने क्षय रोगियों को घर-घर खोजने के अभियान जारी रखा। इस दौरान खांसी, शाम के समय बुखार आना, खांसी के साथ खून का आना, भूख न लगना एवं तेजी से वजन कम होना आदि लक्षण वालों की स्क्रीनिंग की जा रही है।

जिले में 10 लाख 60 हजार का सर्वे करना था। जिसमें टारगेट 3 लाख 30 हजार में 30 प्रतिशत का टारगेट था। सर्वे में 3 लाख 51हजार व्यक्तियों की स्क्रीनिंग की गई है। 100 प्रतिशत के टारगेट में से 107 प्रतिशत का टारगेट हो पूरा हो चुका है। जिसमे स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रतिशत टारगेट ऊ पर किया गया है। टीमों द्वारा दिसम्बर मे प्रथम चरण के द्वारा 1200जाँच की गई जिसमे 30दिसम्बर को एक मरीज जेल मे पॉजिटिव था इलाज शुरू किया जा चुका है जनवरी माह मे टीमों ने 950 लोगों की टीबी की जांच की गई। यह व्यक्ति संदिग्ध के लक्षण थे। उनके बलगम की जांच की और 55 लोग पॉजिटिव पाए गए। अतिरिक्त पालमेरी के सात और मरीज थे। एक्सरे करने के बाद टीबी के अब तक 55 रोगी चिन्हित किए जा चुके है। सभी का उपचार शुरू हो चुका है। 


सीएमओ और जिला क्षय रोग अधिकारी ने किया निरीक्षण

सक्रिय क्षय रोग खोज अभियान की समीक्षा के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. अनिल कुमार और जिला क्षय रोग अधिकारी डा.बीके राजपूत ने सोरों ब्लॉक में कार्यरत टीमों का निरीक्षण किया। टीम में एमओआईसी हरीश कुमार घर-घर क्षय रोगियों की खोज करने वाली टीमों की सुपरविजन करते हुए मिले। जिला क्षय रोग अधिकारी डा.बीके राजपूत ने कार्यरत टीमों को निर्देशित किया कि घरों में मार्किंग करें। उस घर में रह रहे सभी व्यक्तियों से क्षय रोग के लक्षणों के बारे में पूछें। लोगों में व्याप्त भय को दूर करें तथा उन्हें कोरोनो और क्षय रोग का अंतर समझाएं। 


1500 घरों का सर्वे किया गया

जिला कार्यक्रम समन्वयक धर्मेंद्र यादव ने बताया कि कुछ लोग शुरू में टीम के घर पहुंचते ही सहयोग नहीं करते हैं, लेकिन जब उन्हें समझाया जाता है तो वह बाद में टीम को सहयोग करते हुए लक्षणों के बारे में सब कुछ सही बताने लगते हैं और सहयोग करते हैं। इस कारण कासगंज में टीबी रोगी खोज अभियान पूरी तरह सही दिशा में चल रहा है। जिला कार्यक्रम समन्वयक धर्मेंद्र यादव ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीम ने घर-घर सर्वे किया। जिसमें 1500 घरों का सर्वे हुआ। उन्होंने यह भी बताया कि ग्राम सोरों के 40लोगों की बलगम की जांच की गयी। दो मरीज पॉजिटिव पाए गए। उनका इलाज शुरू हो चुका है। जिसमें स्वास्थ्य विभाग ने इलाज के दौरान पोषण योजना के तहत 500 प्रतिमाह दिया जा रहा है।

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