सफारी में कोई आर्थिक संकट नहीं, जानवरो को गोद लेने की परम्परा काफी पुरानी- डॉ राजीव मिश्रा

सफारी में कोई आर्थिक संकट नहीं, जानवरो को गोद लेने की परम्परा काफी पुरानी- डॉ राजीव मिश्रा




इटावा । लायन सफारी में आर्थिक संकट के चलते शेरो एवं अन्य जानवरों को गोद लेने की खबर प्रकाश में आने के बाद इटावा लायन सफारी प्रशासन ने बजट के अभाव एवं किसी भी आर्थिक संकट की बात को साफ नकार दिया है। सफारी के डायरेक्टर डॉ राजीव मिश्रा ने कहा कि, पहले भी कई चिड़ियाघरों के जानवरो को गोद लेने की प्रक्रिया आजकल कोई नई प्रक्रिया नही है देश भर के चिड़ियाघरों में लोग अपने पशु प्रेम के चलते कई जानवरो को गोद लेते ही आये है, इटावा में यह पहली बार ऐसा हो रहा है। डॉ राजीव मिश्रा ने इस बात को माना कि, पिछली सपा सरकार में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के द्वारा सफारी के लिए जो भी धन जमा कराया गया था और जो भी इस जमा धन पर ब्याज मिलता था अब धीरे धीरे इस ब्याज के कम होने से कुछ समस्या ज़रूर पैदा हुई है। लेकिन अब सफारी के जानवरो को गोद लेने के क्रम में सबसे ज़्यादा संदेश शेरो को गोद लेने के लिए ही आ रहे है जो कि अच्छी बात है। सफारी डायरेक्टर डॉ राजीव मिश्रा ने कहा कि, प्रिंट मीडिया के द्वारा उनकी बात को अलग ढंग से तोड़मरोड़ कर पेश किया गया है ।

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