इटावा । उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ के द्वारा पूरे सूबे में मौजूद गरीब तबके के लोगो को लगातार गिरते तापमान व दिन ब दिन बढ़ने वाली हाड़ कपाने वाली सर्दी से बचने के लिये समस्त जिला प्रशासन को दिये गये निर्देशों के क्रम में प्रदेश में सिर्फ दीन दुखियों, अनाथ ,असहाय, गरीब बेघर लोगो के लिये ही बनाये गये व उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही जनकल्याण कारी योजना प0 दीन दयाल उपाध्याय शेल्टर होम के अन्तर्गत रूम व बेड ज्यादा से ज्यादा गरीबों को उपलब्ध कराने के निर्देश दिये गये है जिनमे सिर्फ और सिर्फ वे गरीब अनाथ असहाय ही रुक सकते है जो निराश्रित है व बेघर है । लेकिन इसी जनपद इटावा में योगी सरकार द्वारा अनुदानित इस शेल्टर होम का दुरुपयोग भी देखने को मिला जिसमे जब रिएलिटी चैक किया गया तो पाया गया कि, कुछ बेहद ही प्रतिष्ठित पद पर नियुक्त व्यक्ति जिन्हें उनके मासिक वेतन के साथ रहने के लिये मकान का किराया भत्ता भी निर्बाध रूप से मिल रहा है वे अपने एक अन्य साथी के साथ किसी न किसी मिलीभगत से सीएम योगी के द्वारा गरीबों के लिऐ चलाई जा रही इस कल्याणकारी योजना की धज्जियां उड़ाते हुये व समाज के एक गरीब असहाय का हक मारते हुये अपना कब्जा यूपी सरकार द्वारा बनाये गये इस शेल्टर होम में पिछले कई महीनों से किये हुये है। व कमरे में अपना निजी ताला भी डाले हुये है। शेल्टर होम के प्रबन्धक से जब इस बाबत जानकारी ली गई की किसकी अनुमति से यहां प्रतिष्ठित सम्पन्न लोग पिछले तीन माह से रुके है, तो उन्होंने जिला प्रशासन पर इसकी जिम्मेदारी डालते हुये अपना पल्ला झाड़ लिया। जब इस मामले की सूचना जिलाधिकारी इटावा श्रुति सिंह को दी गई तब उन्होंने इस पूरे मामले की गम्भीरता से जाँच के बाद कार्यवाही की बात कही है। अब देखना यह होगा कि, जिलाधिकारी के संज्ञान में यह मामला आने के बाद क्या कार्यवाही होती है।
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