श्रावस्ती। जिलाधिकारी ने समस्त उप जिलाधिकारियों एवं क्रय केन्द्र से सम्बन्धित अधिकारियों एवं केन्द्र प्रभारियों को कड़े निर्देश देते हुये कहा है कि धान की खरीद में बिचैलियों का हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। शिकायत आने पर सम्बन्धित के विरूद्ध कठोर कार्यवाही की जायेगी। जिले में स्थापित सभी धान क्रय केंद्रों के प्रभारी अपने अपने धान क्रय केंद्रों पर सभी व्यवस्थाए दुरुस्त रखकर किसानों का शतप्रतिशत धान खरीदना सुनिश्चित करें। उक्त निर्देश कलेक्ट्रेट सभागार में धान खरीद से जुड़े सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान जिलाधिकारी टीके शिबु ने दिया है। जिलाधिकारी ने जोर देते हुए कहा कि किसानों के धानों की खरीद समय से सुनिश्चित की जाए। किसी केन्द्र प्रभारी द्वारा यदि धान खरीद में शिथिलता बरतने की शिकायत मिली तो निश्चित ही उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जायेगी। जिलाधिकारी ने धान क्रय की पारदर्शिता बनाये रखने के उद्देश्य से जनपद के समस्त किसानों का अह्वान किया है कि खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 के तहत कुल 37 धान क्रय केंद्रों का अनुमोदन हुआ है एवं दिनांक 15 अक्टूबर 2020 से धान क्रय सत्र प्रारंभ हो गया है, जो 28 फरवरी 2021 तक संचालित रहेगा। समीक्षा के दौरान ज्ञात हुआ कि जिले में धान खरीद का लक्ष्य 35000 मीट्रिक टन के सापेक्ष 18 दिसम्बर तक 29048.305 मीट्रिक टन की खरीद की जा चुकी है। जो लक्ष्य के सापेक्ष 82.99 प्रतिशत है। बैठक के दौरान यह भी ज्ञात हुआ कि एनसीसीएफ के 02 केन्द्र क्रमशः गिलौला एवं मल्हीपुर तथा पीसीएफ का 01 धान क्रय केन्द्र लक्ष्मनपुर बाजार में भी धान की खरीद शिथिल गति से की जा रही है। इस प्रकरण को गम्भीरता से लेते हुए जिलाधिकारी ने नाराजगी जताते हुए सम्बन्धित केन्द्र प्रभारी को ढंग से कार्य करने की नसीहत दी है। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी योगानंद पांडेय, उपजिलाधिकारी राजेश कुमार मिश्रा, डिप्टी आरएमओ प्रज्ञा शर्मा, सहायक निबंधक सहकारिता राजकुमार शुक्ला, पीसीएफ के जिला प्रबन्धक रज्जन लाल एवं चावल मिल के मालिक निरंकार शुक्ला, पवनेश शुक्ला उपस्थित रहे।
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