उन्नाव। पत्रकार सूरज पांडेय की रहस्यमय मौत का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गुरुवार दिवंगत पत्रकार की माँ ने जिलाधिकारी से मुलाकात कर उन्हें शिकायती पत्र सौंपा। जिसमे उन्होंने मामले के दूसरे आरोपी की गिरफ्तारी न होने, आरोपियों की ओर से परिवार को लगातार धमकी मिलने और जेल में बंद आरोपी महिला दारोगा को वीआईपी सुविधा दिए जाने की बात कही। उन्होंने अपने पत्र में जिला छोड़ने और मामले को लेकर मुख्य मंत्री से गुहार लगाने की बात भी कही है।
मालूम हो एक दैनिक अखबार के पत्रकार सूरज पांडेय की रहस्यमय परिस्थितियों में मौत के मामले में उसकी माँ ने पूर्व महिला थानाध्यक्ष सुनीता चौरसिया व उनके ड्राईवर सिपाही अमर सिंह पर हत्या करने का आरोप लगाते हुए सदर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था। जांच में पुलिस से मामले को आत्महत्या के दुष्प्रेरण में तब्दील कर दिया था। इस मामले में आरोपी महिला दारोगा की नाटकीय क्रम में गिरफ्तारी हो गयी थी। जबकि सह आरोपी सिपाही अभी भी फरार चल रहा है।
दिवंगत पत्रकार की माँ लक्ष्मी पांडेय ने गुरुवार जिलाधिकारी रवींद्र कुमार से भेंट कर आरोपियों की ओर से परिवार को धमकाने का आरोप लगाया। उन्होंने यह भी कहा कि जेल में बंद महिला दारोगा को वीआईपी सुविधाएं दी जा रही हैं। जिस पर जिलाधिकारी ने जेल अधीक्षक से बात भी की। लक्ष्मी पांडेय ने डीएम को दिए गए पत्र में कहा कि उनका परिवार धमकियों के कारण दहशत में जी रहा है। जिसके चलते परिवार ने शहर छोड़ने का मन बना लिया है। उन्होंने यह भी कहा कि वह मुख्यमंत्री और डीजीपी से मिलकर न्याय की गुहार लगाएंगी।
0 टिप्पणियाँ