बहराइच। मिहींपुरवा तहसील क्षेत्र अन्तर्गत कतर्नियाघाट वन्य जीव प्रभाग के मुर्तिहा वन रेन्ज के जंगल से सटे ग्राम सेमरी मलमला के मजरा गोलहना गांव के लोगों को तेंदुए से छुटकारा नही मिल पा रहा है। एक के बाद एक तेंदुए की दस्तक गांव की ओर जारी है। वन विभाग ने गोलहना से अब तक तीन तेंदुओं को पकड़ा।
कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग अन्तर्गत जंगल से सटे कोतवाली मुर्तिहा क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत सेमरी मलमला के गोलहना गांव से विगत दिनों मासूम की मौत के बाद से वन विभाग ने गांव में पिंजड़ा लगाकर एक के बाद एक कर एक महीने के भीतर तीन तेंदुओं को पिंजड़े में कैद किया है। अभी बुधवार को आतंक का पर्याय बने खूंखार नर तेंदुए को वन विभाग द्वारा पिंजड़े में कैद किए एक सप्ताह भी नही बीता की गांव में एक और मादा तेंदुए ने शावकों के साथ दस्तक दे दी है। शनिवार की रात मादा तेंदुआ अपने शावकों के साथ गांव के चक्कर काट रही थी सुबह गांव निवासी विजय बहादुर के घर के पास तेंदुआ और उसके शावक के पगचिह्यो को लोगों ने देखा जिसकी सूचना वन विभाग को दी। वन क्षेत्राधिकारी अशोक त्यागी व वन दरोगा इशरार अहंमद ने पगचिह्यो को देखा है जिसकी रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी है। प्रभारी प्रभागीय वनाधिकारी यशवंत ने बताया कि मादा तेंदुआ और शावकों के पगचिन्ह मिलने की खबर मिली है पशु चिकित्सक को जांच के लिए भेजा गया है रिपोर्ट आने पर आगे की कार्यवाई की जाएगी। सम्भव हुआ तो पिंजड़ा लगाया जाएगा। वहीं गांव में एक शावक के साथ तेंदुए के टहलने की खबर से लोगों में। दहशत का माहौल है। गांव निवासी सुरेश कुमार , दिनेश मौर्या , संतोष कुमार , बलेस्टर मौर्या , कमलेश मौर्य , राजेश कुमार , जय प्रकाश , प्रेमचंद आदि ग्रामीणों का कहना है कि गांव में शावकों संग मादा तेंदुए की दस्तक हुई है| यह लोगो के लिये बड़ी मुसिबत साबित हो सकती है वन विभाग को पिंजड़ा लगाकर इसे भी पकड़ना चाहिए| पिछली घटनाओं से जहा लोगों में दहशत व्याप्त हैं वही दुसरी तरफ वन विभाग द्वारा ग्रामीणों पर की गयी कार्यवाही से लोगों में आक्रोश पनप रहा हैं|
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