राम विवाह महोत्सव में अदभुत कला का मनमोहक मंचन, कड़ाके की ठंढ मे भी लोग होते है भक्ति से सराबोर

राम विवाह महोत्सव में अदभुत कला का मनमोहक मंचन, कड़ाके की ठंढ मे भी लोग होते है भक्ति से सराबोर



जरवल (बहराइच)। नगर के बाबा खाकी दास मंदिर में चल रही राम लीला लोगो का मनमोह रही है। इस कड़ाके की ठन्ड़ में जहाँ एक तरफ लोग शाम होते ही रजाई में खो जाते है वही इसके विपरीत जरवल में चल रहे राम विवाह महोत्सव में धनुष यज्ञ की रामलीला में देखने को मिल रहा है। साज बाज की आवाज मिलते ही लोगो की भीड़ मन्दिर बाबा खाकी दास में दौड़ पड़ती है। वैसे तो जरवल की रामलीला ऐतिहासिक हमेशा रही है परन्तु कुछ युवा कलाकार के कारण यहाँ की रामलीला काफी मनमोहक हो गयी है जिसका पूरा श्रेय लीला संचालक दीपक कुमार गुप्ता को जाता है। वहीं दूसरी तरफ जब रामलीला में ब्यास की भूमिका निभा रहे अवधेश कुमार गुप्ता बिल्कुल भगवान राम की लीलाओं में मगन होकर राम मय हो जाते है। इस वर्ष बाल रामलीला समिति के अध्यक्ष नीतीश कुमार ने कुछ बाहर के कलाकारों को भी आमंत्रित किया इन बाहर से आये कलाकारों में राजा, सूरज, अदित व दिब्या है जो लखनऊ से आये है इनकी कला तो इतनी मनमोहक है कि भक्तों को कभी बृन्दावन तो कभी कैलाश पर्वत कभी अयोध्या की यादें ताजा कर देते है। इनके नृत्य और भक्ति भाव भजन मन्त्र मुग्ध कर देते है। स्थानीय पात्रो में नई ऊर्जा देखने को मिल रही है। रविवार को भगवान शंकर व माँ पार्वती का मंचन उसके बाद ताड़का वध व जनकपुरी का नगर दर्शन की रामलीला दिखाई गई| जिसमें बृजेश कुमार ,बाबू गुप्ता, पंकज गुप्ता, उग्रसेन जयसवाल ,राम लाल, पुत्तन लाल आदि का सहयोग सराहनीय रहा। कार्यक्रम का श्री गणेश भगवान राम लक्ष्मण की झांकी से की गई जिसका पूजन व आरती समिति के संरक्षक ईश्वर चन्द्र वैश्य व संतोष श्रीवास्तव ने किया।


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