बाराबंकी । आयुष्मान भारत योजना भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है, इसमें पात्र लाभार्थी को 5 लाख रूपये तक के निःशुल्क इलाज की सुविधा मिलती है। इसके लिए लाभार्थी परिवारों को गोल्डन कार्ड बनवाया जाना अनिवार्य है। शासन ने शत-प्रतिशत लाभार्थियों को गोल्डन कार्ड बनवाए जाने को लेकर पूरी तरह से कमर कस ली है। इस अभियान के तहत अब तक 1479 गोल्डन कार्ड बनाया जा चुका है। योजना के तहत मे जनपद में छूटे 1.37 लाख ग्रामीण क्षेत्र सहित कुल 1.66 लाख परिवारों का गोल्डन कार्ड बनाये जाने का लक्ष्य रखा गया है। इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग की ओर से विशेष अभियान चलाया जा रहा है।
आयुष्मान भारत योजना के नोडल अधिकारी डा राजीव सिंह ने बताया कि जिन लाभार्थी परिवारों के अब तक गोल्डन कार्ड नहीं बने हैं उन परिवारों के गोल्डन कार्ड बनाए जाने के लिए 15 से 31 दिसंबर तक विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इस बीच लाभार्थियों को खोज कर उनका गोल्डन कार्ड बनाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इसके लिए क्षेत्र की आशा कार्यकर्ता को लाभार्थी परिवार और उनके सदस्यों को जन सेवा केंद्र तक ले जाकर उनका गोल्डन कार्ड बनवाना है और जिस गांव में ज्यादा परिवार रहेंगे। वहां पर एक विशेष कैंप लगाकर गोल्डन कार्ड बनाया जा रहा है, ताकि आने वाले समय में शत प्रतिशत गोल्डन कार्ड बनाया जा सके।
उन्होंने बताया कि गोल्डन कार्ड बनवाने के लिए आशा को प्रोत्साहन राशि भी दी जाएगी। जिसमें कम से कम एक लाभार्थी व्यक्ति के गोल्डन कार्ड बनवाने पर आशा को 5 रूपये प्रति परिवार की प्रोत्साहन राशि देय होगी। वहीं परिवार में एक से अधिक गोल्डन कार्ड बनवाने पर आशा को 10 रूपये प्रति परिवार की दर से प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। गोल्डन कार्ड बनवाने के लिए लाभार्थी को जन सेवा केंद्र को 30 रुपये प्रति गोल्डन कार्ड अदा करने पड़ेंगे।
उन्होंने बताया सामाजिक आर्थिक जनगणना 2011 के अनुसार बाराबंकी में आयुष्मान भारत योजना के तहत करीब 2 लाख 56 हजार 761 लाभार्थियों के गोल्डन कार्ड बनाए जा चुके हैं । वहीं प्रदेश में इस योजना के अंतर्गत कुल 1.18 करोड़ लाभार्थी परिवार है जिसमें से 92 लाख परिवार ग्रामीण इलाकों से आते हैं, जिसमें से 57,21,834 ऐसे परिवार है। जिनके किसी भी सदस्य का गोल्डन कार्ड अभी तक नहीं बन पाया है। उसके लिए विशेष अभियान जनपदों में चलाया जा रहा है।
जनपद के इन अस्पतालों में बनाये जा रहे गोल्डन कार्ड -
नोडल अधिकारी ने बताया जनपद में आयुष्मान योजना में शामिल किए गए चिकित्सालयों में जिला चिकित्सालय, जिला महिला चिकित्सालय व सीएचसी देवा, रामसनेही घाट व निजी चिकित्सालय में- हिन्द मेडिकल कालेज, मेवा मेडिकल कालेज, आस्था हास्पिटल, आहुजा नर्सिग होम, जैन नर्सिंग होम, कृष्णा मैटरनिटी हास्पिटल, रामसनेही घाट में आकांक्षा नर्सिंग होम, पारान अस्पताल, शान्ति पॉलिक्लिनिक, शेरवुड अस्पताल समेंत कुल 34 अस्पतालों में निशुल्क व जनसेवा केन्द्रों पर निर्धारित 30 रूपया शुल्क लेकर गोल्डन कार्ड बनाया जा रहा है।
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