बाराबंकी। पद की हनक दिखाकर किसी कार्यालय में कर्मचारी को धमकाने व नाजायज काम कराने की तो बात सुनी होगी आपने, किंतु तहसील कर्मी द्वारा अपने गांव के भोले-भाले ग्रामीणों को अदब में लेना व गांव में दबंगई के बल पर किसी की दीवार पर कब्जा करना या किसी के शौचालय को दबंगई के बल पर गिरवा देना, ग्राम समाज की परती जमीन पर अवैध कब्जा करवाना, तथा दूसरी तहसील में रहते हुए अपने मां के नाम से अवैध रूप से इंदिरा आवास हथियाने का प्रकरण सुर्खियों में आया। रामनगर तहसील क्षेत्र अंतर्गत ग्राम केसरी पुर मजरे ग्राम तिलोकपुर निवासी एक व्यक्ति तहसील फतेहपुर में तहसील कर्मचारी है। जिस के संबंध में सहकारी संघ सुरवारी की अध्यक्षा श्रीमती छाया देवी ने मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश को एक पत्र प्रेषित कर जनपद की फतेहपुर तहसील में तैनात इस कर्मचारी की करतूतों की जांच करवा कर आवश्यक कार्यवाही हेतु निवेदन किया है।
प्रार्थना पत्र में छाया देवी ने आरोप लगाया है कि उक्त तहसील में तैनात कर्मचारी जगदीश प्रसाद अनुसूचित जाति का है, जिसने उक्त ग्राम निवासियों का जीना दूभर कर रखा है। प्रार्थना पत्र में जानकारी देते हुए आगे लिखा गया है कि जगदीश प्रसाद द्वारा गांव में अपने को तहसील में काम करने की हनक दिखाते हुए धमकी देकर किसी की दीवार गिरा देना या किसी का शौचालय गिरा देना, ग्राम समाज की नवीन परती भूमि पर अवैध कब्जा करवाना, तथा गत महीने ग्राम पंचायत द्वारा पूर्व में ग्राम समाज की भूमि पर किए गए वृक्षारोपण के पेड़ों को काटा जाना, तथा विरोध करने वाले को देख लेने व फर्जी एससी एसटी एक्ट में फंसा देने की धमकी दी जाती है। उक्त तहसील कर्मी द्वारा जनपद की सिरौलीगौसपुर तहसील में रहते हुए अपने माता के नाम गलत तरीके से इंदिरा आवास हथियाने का भी आरोप प्रार्थना पत्र के माध्यम से लगाया गया है। श्रीमती छाया देवी द्वारा रजिस्टर्ड डाक से भेजे गए इस पत्र के माध्यम से मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश से जांच करवा कर उक्त राजस्व कर्मी के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करने का निवेदन किया है।
उधर पीड़ित ग्रामीणों की शिकायत पर क्षेत्रीय विधायक शरद कुमार अवस्थी ने भी उप जिलाधिकारी रामनगर को पत्र लिखकर जांच कराने की बात कही है।
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