राजस्थान के बारां में गत दिनों दो नाबालिक सगी बहनों के साथ कोटा और जयपुर में रेप का मामला सामने आया था। जहां पीड़िताओं ने पुलिस थाने मे मामला तो दर्ज करवाया था लेकिन पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की थी। दोनों नाबालिगों के 164 के बयान दर्ज करवाये गये थे, जहां उन्होंने अपने साथ दुष्कर्म होने की बात नकार दी थी । वहीं अब इतने दिनों बाद दोनों सगी नाबालिग पीड़ित बहनों ने अपने परिजनों के साथ मीडिया के सामने आकर अब न्याय की गुहार लगाई है। पीड़िता बहनों व परिजनों का आरोप है की घटना के बाद से ही दोनों बालिकाएं डरी सहमी हुई थी। वहीं परिवार ने पुलिस पर दोनों बच्चियों पर दबाव बनाने का आरोप लगाया है। परिवारजनों के मुताबिक बारां पुलिस के दबाव के कारण 5 व 8 में पढ़ने वाली दोनों सगी बहनों ने 164 के बयान शर्म तथा डर के कारण स्पष्ट घटनाक्रम को नहीं बता सकी थी । परिवारजनों सहित दोनों बच्चियों के 164 के बयानों को दोबारा कराने की कार्यवाही को बारां पुलिस ने दरकिनार करके प्रभावी दबाव बनाते हुए मामले की सच्चाई को छिपाकर दबाने की कोशिश की है। दोनों सगी बहनों ने आज इतने दिनों बाद अचानक मीडिया के सामने आकर सबको चौंका दिया है व उनके साथ जो कुछ घटनाक्रम हुआ उसको बयां किया है। साथ ही दोनों नाबालिग बालिकाओं ने दुष्कर्म होने की बात कही है। उनका कहना है कि पहली बार पहली घटना बारां के समीप सुन्दलक रेलवे स्टेशन परिसर की कुछ दूरी पर हुई।
लड़को द्वारा उनके साथ शारीरिक हरकतें करने के बाद कपड़े खुलवाये और दुष्कर्म किया गया व बाद में जयपुर कोटा ले जाकर वहाँ भी दुष्कर्म किया । वहीं पीड़िताओं के बयान के अनुसार उन्होंने बताया कि पूर्व मूल पक्ष द्वारा एवं ड्यूटी पर तैनात महिला पुलिसकर्मीयों ने 164 के बयान में बोलने के लिए प्रेरित किया। बच्चियों ने बताया कि उन्हें कहा गया की ऐसा नहीं बोलोगी तो जेल जाना पड़ेगा । तुम आरोपियों को मत फंसाओ उसमें ही तुम्हारा भला है नहीं तो तुम ही फंस जाओगी । आज मीडिया के सामने पीड़ितों द्वारा दिए गए बयानों के बाद इस मामले में एक बार फिर चिंगारी भड़क गई है करीब 45-50 दिन बाद रेप पीड़िताओं व उनके पिता ने 164 के बयान दोबारा करवाने की मांग करते हुए पुलिस पर दबाव बनाने के आरोप लगाए हैं । पीड़िता के पिता ने बताया कि मीडिया में मामला उछलने के बाद पुलिस के अधिकारियों ने उन्हें न्याय दिलाने का वादा किया था । साथ ही मीडिया के सामने नहीं आने के लिए भी दबाव बनाया गया था । पीड़िता के माता-पिता ने कहा कि हमारी बच्चियों के साथ बलात्कार हुआ है इसके बावजूद न्याय नहीं मिल रहा है। बच्चियों ने जो 164 के बयान दिए हैं वह बारां पुलिस के दबाव में व आरोपी पक्ष से धमकाने से बयान दिए हैं कि हम अपनी मर्जी से उनके साथ गए थे वरना तुम्हारे माता पिता को जेल भेज देंगे हमारी बच्चियां नासमझ और डरी हुई होने से उन्होंने ऐसा बयान दिया था । वहीं पिता ने आरोप लगाया है कि हमारे घर पर रात दिन पुलिस तैनात रहती थी हमें डराया धमकाया गया व किसी से मीडिया वालों से नहीं मिलने दिया गया। अब मीडिया के माध्यम से पीड़ित दोनों सगी बहनों व परिवार जनों ने आरोपीयों को सजा दिलाने व न्याय की मांग की है।
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