उत्तर प्रदेश पंचायत चुनाव 2020 की सरगर्मियां तेज हो गई हैं। मौजूदा ग्राम पंचायतों का कार्यकाल एक महीने बाद दिसंबर में खत्म हो रहा है लेकिन कोरोना महामारी के कारण इस बार तय समय पर चुनाव नहीं हो पाएगा। माना जा रहा है कि 2021 में जून से पहले ये चुनाव कराए जा सकते हैं।
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तारीख तय नहीं है, लेकिन चुनाव आयोग ने तैयारी शुरू कर दी है।उत्तर प्रदेश में 58,758 ग्राम पंचायतें, 821 क्षेत्र पंचायतें और 75 जिला पंचायतें हैं, जहां चुनाव होना है। मौजूदा सदस्यों का कार्यकाल 25 दिसंबर को समाप्त हो रहा है। इससे पहले पांच साल पहले यानी 2015 में चुनाव हुए थे। तब चुनाव मतदान के पहला चरण 9 अक्टूबर को था और 9 दिसंबर को परिणाम घोषित हो गया था।यूपी चुनाव आयोग ने मतदाता सूचियों की जांच का काम शुरू कर दिया है।1 अक्टूबर से जारी इस अभियान में गैर जरूरी नाम हटाए जा रहे हैं, साथ ही नए नाम जोड़ने का काम भी जारी है। इस संबंध में अधिसूचना जारी की जा चुकी है। यह काम युद्ध स्तर पर चल रहा है, क्योंकि चुनाव आयोग को दिसंबर के आखिरी में फाइनल वोटर्स लिस्ट जारी करना है। यूपी में यह त्रिस्तरीय चुनाव होने हैं। इसमें 2 माह का समय लगेगा। उसी समय परीक्षाएं शुरू हो जाएंगी। यही कारण है कि मई जून का अनुमान लगाया जा रहा है।
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वही कर्मचारियों की ड्यूटी लगाने का काम भी शुरू हो चुका है।मतदाताओं तक चुनाव संबंधी हर अहम जानकारी पहुंचाने के लिए चुनाव आयोग ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। इसके मुताबिक, बीएलओ अपने क्षेत्र के मतदाताओं से उनका मोबाइल नंबर और आधार नंबर उपरलब्ध करवाने को कह रहे हैं। यह व्यवस्था पूरी तरह एच्छिक है। मोबाइल नंबर्स का यह डाटा मिलने के बाद वोटर्स को समय समय पर एसएमएस भेजे जाएंगे।इनके जरिए मतदान क तारीख, परिणाम की तारीख, प्रत्याशी संबंधी अहम जानकारियां दी जाएंगी। वोटर्स स्वयं भी चुनाव आयोग के साथ अपने मोबाइल नम्बर रजिस्टर करवा सकते हैं। इसके लिए आयोग की वेबसाइट पर ‘लिंक वोटर सर्विस’ पर जाकर अपना मोबाइल नंबर रजिस्टर कर सकते हैं।
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