लखीमपुर खीरी:शहर के जाने-माने उस्ताद शायर,इस्लामिया इंटर कॉलेज में उर्दू के प्रवक्ता डॉ.मो0 शफी सीतापुरी को वर्ल्ड रिकॉर्ड यूनिवर्सिटी की ओर से जल्द ही डॉक्टरेट की मानद उपाधि से सम्मानित किया जाएगा। इससे पहले वे 1278 शेर की अब तक की सबसे लंबी ग़ज़ल, जिसे दरिया -ए-ग़ज़ल नाम से जाना जाता है,लिखकर एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड से ग्रैंड मास्टर का खिताब पा चुके हैं। इसके अलावा भी अपनी इस ग़ज़ल के माध्यम से इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में भी अपना नाम दर्ज करा चुके हैं।
शहर के मुहल्ला हिदायत नगर निवासी सुप्रसिद्ध शायर डॉ0मो0 शफी सीतापुरी को जल्द ही वर्ल्ड रिकॉर्ड यूनिवर्सिटी डॉक्टरेट की मानद उपाधि से सम्मानित करेगी।उन्होंने बताया कि इससे पहले फरवरी में 1278 शेर की ग़ज़ल लिखने पर उनका नाम एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड तथा इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज हुआ था। एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड ने ही उन्हें इस ग़ज़ल पर ग्रैंड मास्टर का खिताब भी दिया था।चूँकि एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड तथा इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड, वर्ल्ड रिकॉर्ड यूनिवर्सिटी के सदस्य हैं इसलिए इन दोनों ने डॉक्टरेट की मानद उपाधि के लिए डॉ0मो0शफी का नाम प्रस्तावित किया है। उन्होंने बताया कि इसकी सूचना उन्हें ईमेल के द्वारा मिल चुकी है।जल्द ही वह इस उपाधि से सम्मानित किए जाएंगे। मालूम हो कि अब तक डॉ0मो0 शफी सीतापुरी की आठ किताबें उर्दू में छप चुकी है।इसमें चार नातिया कलाम,एक हास्य व्यंग्य तथा तीन गजल व नज़्म की किताबें हैं। जिला समेत प्रदेश के कई शहरों से साहित्यकारों व साहित्यि प्रेमियों ने उन्हें इसके लिए शुभकामनाएं भी दी है।
0 टिप्पणियाँ