शाहजहांपुर। त्योहार और पर्व खुशियां लाते हैं लेकिन कई बार उनको सेलिब्रेट करने का तरीका पर्यावरण के लिए नुकसानदायक सिद्ध होता है। दीपावली बड़ा पर्व है। दीपावली में चायनीज सामानों की भरमार रहती है, जिससे ना केवल देश की अर्थव्यवस्था कमजोर होती है बल्कि पर्यावरण को भी नुकसान पहुंचता है। अब शाहजहांपुर में चायनीज माल को तौबा करने का संकल्प लिया गया है
हर घर रोशन हो इसी को ध्यान में रखते हुए शाहजहांपुर में पर्यावरण संरक्षण और आत्मनिर्भर भारत का एक बड़ा उदाहरण देखने को मिल रहा है। दीपावली पर गौ माता के गोबर से बनाए दीयों से दिवाली रोशन होगी। इसके लिए जय गणेश जनसेवा समिति से जुड़ी महिलाओं व लड़कियों के द्वारा गाय के गोबर से दीपक बनाये जा रहे हैं। इन दियों को बनाकर सुखाया जाता है फिर इनपर मनमोहक रंग चढ़ाया जाता है जिससे यह देखने में भी खूबसूरत लगते हैं। इसके अलावा गाय के गोबर से ही जैविक उपले, यज्ञ सामग्री, धूपबत्ती आदि सामान बनाया जा रहा है। संस्था की अध्यक्ष पूनम मेहरोत्रा बताती हैं कि गाय का गोबर शुभ माना जाता है। गोबर से बने दियों की मांग भी है। यही वजह है कि, काम शुरू करते ही आर्डर मिल गया है। उनका कहना है कि, महिलाओं ने एक नई पहल की है। इससे महिलाओं की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।
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