रामसनेहीघाट, बाराबंकी।सरकार ने भले ही अभी पंचायत चुनावों की घोषणा न हो लेकिन गाँवों में चुनावी हलचलें तेज हो गई है और मतदाता सूची में हेराफेरी करने का गोरखधंधा शुरू हो गया है।हेराफेरी का आरोप लगाते हुए सैकडों मतदाताओं ने राज्य निर्वाचन आयोग के नाम संबोधित एक ज्ञापन तहसीलदार को देकर समस्या निदान न होने की दशा में पहली दिसंबर से तहसील मुख्यालय पर आमरण अनशन पर बैठने की धमकी दी है।
विकास खंड दरियाबाद अन्तर्गत ग्राम पंचायत जेठौती कुर्मियान निवासी मनीष कुमार की अगुवाई में तहसील आई जयमाता, रेहाना, विभादेवी,अनुज सोनी, रामजन्म आदि ने बताया कि उनके गाँव के प्रधान जीआईसी इंटर कॉलेज सूरतगंज के प्रधानाचार्य अजय वर्मा की माँ है।गाँव वालों का आरोप है कि पिछले चुनाव के समय भी अजय ने अपनी पहुंच के बलबूते पर अपने करीबी को गाँव का बीएलओ बनवाकर मतदाता सूची में हेराफेरी करवाकर चुनाव जीत लिया था और उन लोगों की शिकायत को नजरअंदाज कर दिया गया था।तहसीलदार तपन कुमार मिश्र को दिये गए ज्ञापन में कहा गया है कि पिछले चुनाव से सीख लेते हुए इस बार पहले ही इसकी शिकायत की गई थी इसके बावजूद प्रधानपुत्र इस बार भी अपने रिश्तेदार अनुरूद्ध वर्मा को अपनी ग्राम पंचायत का बीएलओ बनवाने में सफल हो गए हैं।ज्ञापन में कहा गया है कि अबतक करीब डेढ़ सौ अपने करीबी मतदाताओं के नाम बढाने घटाने में कामियाब हो गये हैं।इनमें नाबालिग एवं बाहरी गाँव के संदिग्ध लोग भी शामिल हैं।इतना ही नहीं प्रधानपुत्र प्रधानाचार्य मतदाता सूची से लेकर मतदान एवं मतगणना में अपने साथियों की मदद लेकर चुनाव परिणाम को प्रभावित कर देते हैं।
ज्ञापन में कहा गया है कि पूरे मामले की जाँच किसी ईमानदार छबि वाले अधिकारी से कराकर समस्या का निदान कराने का अनुरोध किया गया है साथ ही धमकी दी गई है कि यदि समस्या का निदान नहीं किया जाता है तो पहली दिसम्बर से तहसील मुख्यालय पर आमरण अनशन पर बैठने के लिए मजबूर हो जायेंगे।
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