वजीरगंज,गोंडा। शासन की लाख सख्ती के बावजूद मनरेगा में होने वाला गोलमाल रुकने का नाम नहीं ले रहा है। लगातार ग्राम पंचायतों में प्रधान और सचिव की मिलीभगत से गड़बड़ी की शिकायतें आ रही है। मनरेगा बेबसाइट चेक करने पर ऐसा ही एक मामला विकास खंड वजीरगंज के उदयपुर ग्रंट का प्रकाश में आया है। जहां धूपसरन पुत्र तित्तिर जाबकार्ड संख्या 211 ने 65 दिन, वहीं जाबकार्ड संख्या 209 पर भानुमती पत्नी धूपसरन ने भी 65 दिन काम करने का भुगतान ली हैं। पति-पत्नी दोनो मिलकर 130 दिन काम किया है। मौजूदा समय में एमआर पे नाम चल रहा है। नियम तो यह है कि परिवार के एक ही सदस्य को 100 दिन का रोजगार देने का है। मनरेगा में मजदूरी के नाम पर प्रधान ने 26130 रुपये का फर्जी भुगतान करवा दिया है। इस मामले का खुलासा मनरेगा बेबसाइट चेक करने पर हुआ है।
इस सम्बंध में बीडीओ शेरबहादुर सिंह का कहना है कि प्रकरण जानकारी में नहीं है।प्रकरण की जांच करेंगे, आरोप सही पाए जाने पर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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