कुशीनगर: जनपद कुशीनगर अंतर्गत सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मंसाछापर के गेट के सामने आशा कार्यकर्तियों ने किया जोरदार प्रदर्शन बताते चलें कि आशा कार्यकर्तियों ने पिछले 6 महीनों से बकाए धनराशि की मांगों को लेकर विकास खण्ड विशुनपुरा के मंसाछापर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर दर्जनों से ज़्यादा आशा कार्यकत्रियों ने आक्रोश में आकर अस्पताल के मुख्य द्वार पर धरना प्रदर्शन कर जिलाधिकारी से तत्काल एम, वाई, सी, को वहां से हटाने की मांग की जबकि मौके पर पहुंचे सीएमओ ने आशाओं के भुगतान कराने के लिए 15 दिन की मोहलत मांगी है।
मिली जानकारी के मुताबिक आशा कार्यकत्रियों में शामिल रेनू बाला, मुन्नी देवी, कुसुम देवी, फुलवंती देवी, सरिता देवी, सुशीला देवी, मीरा देवी, किरण देवी, इंदु देवी, मूर्ति देवी, बिंदु देवी, फुलवंती देवी, पूनम मिश्रा, रीनू ,सविता, बिंदु , आशा, मंजू , अर्चना, ममता, बेबी, रंजना, सुनीता, रीमा, अमृता, काजल आदि आशा कार्यकत्रीओं ने कहा है। कि चालू वर्ष के फरवरी माह में उनके द्वारा फाइलेरिया अभियान में किए गए कार्य का पैसा नहीं दिया गया है। जबकि पिछले लग भग 6 माह से विभिन्न महीनों में आशा कर्मियों के मानदेय से कटौती के साथ लाखों रुपए का बकाया अभी बाकी है।सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से उन्हें भुगतान नहीं किया गया है। जबकि वे प्रभारी से दर्जनों बार मिलकर शिकायत किए हैं। ऐसे में प्रतीत होता है। कि प्रभारी द्वारा मिली भगत कर यह पैसा हजम करने का प्रयास किया जा रहा है। उधर मामले की जानकारी होते ही सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के प्रभारी विमलेंदू भूषण मौके से फरार हुए लेकिन अधिकारियों की फटकार के बाद एक बजे मौके पर पहुंचे इससे आशा कार्यकर्तियों में काफी आक्रोश हो गया और उन्होंने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के मुख्य द्वार पर ही अपने आक्रोश का इजहार किया और आशा कार्यकर्तियों ने कहा कि जब तक हम सबकी मानदेय व अन्य सरकारी कार्यों में किए गए पैसे का भुगतान नहीं हो जाता तब तक चैन से नहीं बैठेंगीं जबकि मौके पर पहुंचे सी, एम, ओ, ने आशाओं के भुगतान कराने के लिए 15 दिन की मोहलत ली है ।
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