जनपद महराजगंज एआरटीओ कार्यालय में यात्री कर अधिकारी पद पर कार्यरत जितेन्द्र दीक्षित की कोरोना संक्रमण से लखनऊ के एक अस्पताल में इलाज के दौरान शनिवार को मौत हो गई। उनकी मौत के बाद एआरटीओ कार्यालय के कर्मचारियों व आसपास के दुकानदारों में दहशत व्याप्त हो गया। रविवार को कार्यालय भवन को पूरी तरह से सैनेटाइजेशन कराकर सील कर दिया गया।
संक्रमण और न फैले इसके लिए एआरटीओ रमेश चंद्र भारती ने डीएम से कार्यालय को कुछ दिनों के लिए बंद रखने का अनुरोध किया है।सीतापुर निवासी यात्री कर अधिकारी जितेन्द्र दीक्षित जुलाई-2019 में उप संभागीय परिवहन कार्यालय महराजगंज में तैनात हुए थे। उनका लखनऊ में अपना निजी घर है। 55 वर्षीय जितेन्द्र दीक्षित डायबिटीज से भी पीड़ित थे। 29 जुलाई को वह छुट्टी लेकर घर गए और वहां उनकी तबीयत खराब हो गई। सांस की दिक्कत होने पर वह एक निजी अस्पताल में भर्ती हो गए। चिकित्सकों ने उनकी कोरोना जांच कराई तो वे संक्रमित निकले। उनका इलाज चल ही रहा था कि शनिवार को दोपहर उनकी मौत हो गई।
रमेश चंद्र भारती, एआरटीओ
यात्री कर अधिकारी जितेन्द्र दीक्षित डायबिटीज से भी पीड़ित थे। 29 जुलाई को छुट्टी लेकर घर गए और वहीं उनकी तबीयत खराब हो गई। शनिवार दोपहर उनके निधन होने की जानकारी मिली। कार्यालय के सभी कर्मचारियों की कोरोना जांच कराई जाएगी।
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