शेखर श्रीवास्तव की रिपोर्ट
जौनपुर: आइएएस पीसीएस अफसरों की नर्सरी माधोपट्टी गांव समेत दर्जनों गांवो के लोग करीब एक माह से जिला मुख्यालय आने जाने के लिए गंदे पानी की झील को पार करने को मजबूर है। इस झील को पार करने में कई लोग दुर्घनाओं का शिकार होकर दिव्यांग हो रहे है। मुख्यालय से सटा होने के बाद भी लोक निर्माण विभाग इस तरफ कोई ध्यान नही दे रहा है। आजिज आकर दर्जनों लोग डीएम से मिलकर अपना दर्द सुनाया।
जिला मुख्यालय से करीब आठ किलो मीटर की दूरी पर स्थित माधोपट्टी गांव है। इस गांव के अब तक 47 लोग आइएएस पीसीएस अफसर बन चुके है करीब दो दर्जन डाक्टर,इंजीनियर समेत अन्य सेवाओ में अपना योगदान दे रहे है। लेकिन आपको इस गांव तक जाना है तो आपको कई जगह गंदे पानी के झील से होकर गुजरना पड़ेगा। लोक निर्माण विभाग की लापरवाही के चलते रामनगर भड़सरा से लेकर नेवादा गांव तक कई जगहो पर सड़क में गड्ढ़े हो गये है। इन गड्ढ़ों में बारिश पानी भर गया। जिसके कारण आने जाने वालों के लिए भारी मुसिबत बन गया है। आप इन फोटो में देख सकते है कि यह सड़क है या तलाब। आने जाने वाले राहगीर अपनी जान हथेली पर लेकर इस बैतरणी को पार कर रहे है।
भड़सरा गांव के लोगो का आरोप है कि हम लोगो ने कई बार लोक निर्माण विभाग से इसकी शिकायत किया लेकिन कोई कार्रवाई नही हुआ। मंगलवार को शेष सिंह,प्रेम सिंह, आलोक सिंह , विजय कुमार उपाध्याय,विरेन्द्र सोनकर,अनुज सिंह , प्रिवत्स सिंह समेत दर्जन से अधिक लोगो डीएम दिनेश कुमार सिंह से मुलाकात करके इस विकराल समस्या से अवगत कराया। डीएम ने आश्वासन दिया कि जल्द ही सड़क को ठीक करा दिया जायेगा।
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