माफिया की बेनामी संपत्तियों की जांच में जुटे अफसरों ने मुख्तार अंसारी के परिवारजनों को लिया रडार पर

माफिया की बेनामी संपत्तियों की जांच में जुटे अफसरों ने मुख्तार अंसारी के परिवारजनों को लिया रडार पर


माफिया की बेनामी संपत्तियों की जांच में जुटे अफसरों ने मुख्तार अंसारी के परिवारजनों को रडार पर लिया है। हजरतगंज व उससे जुड़े इलाकों की 19 संपत्तियों में अब मुख्तार को खंगाला जा रहा है। इसमें बारह संपत्तियां हजरतगंज-रामतीर्थ वार्ड और नौ संपत्तियां राजा राममोहन राय वार्ड में हैं।


 


संपत्तियों के अभिलेख की जांच के लिए जिला प्रशासन के अफसरों ने सदर तहसील की टीम को लगाया है, जो पुराने अभिलेखों के सहारे यह पता कर रही है कि जिस जमीन पर अपार्टमेंट व अन्य निर्माण कराया गया था, वह हकीकत में किसके नाम दर्ज है। इसमें डालीबाग के पास बने दो अपार्टमेंट की अधिक निगरानी की जा रही है। जांच में यह तथ्य सामने आया है कि जिस वसीम अहमद की जमीन पर अपार्टमेंट का निर्माण कराया गया है, वह पाकिस्तान चला गया था और नियमों के तहत संपत्ति को शत्रु संपत्ति घोषित हो जाना चाहिए था।


 


अब तहसील की टीम पुराने अभिलेख के सहारे जमीन की हकीकत को पता करने में जुटी है। मामले को इतना गोपनीय रखा गया है कि कोई भी अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। यही कारण है कि इन संपत्ति का नाम दर्ज करने से जुड़े अभिलेखों की पड़ताल भी नगर निगम के अधिकारियों ने एक बंद कमरे में की थी। हजरतगंज में अंसारी नाम से जितनी भी संपत्तियां दर्ज थीं, उन सबकी फाइल निकाली जा रही है। यह देखा जा रहा है कि संपत्ति का नाम जिनके नाम दर्ज है, उसमें पति व पिता के रूप में दर्ज है।


 


डालीबाग के पास दो अपार्टमेंट से जुड़े नामांतरण की पत्रावली को निकाला गया है। नगर निगम के एक अधिकारी ने यह पुष्टि की है कि करीब दो पत्रावलियों में मुख्तार अंसारी के कनेक्शन को देखा जा रहा है। एलडीए को तैयार रहने का निर्देश जिला प्रशासन ने एलडीए को तैयार रहने को कहा है। अगर इन संपत्तियों में कुछ भी गड़बड़ पाया गया तो उस पर बुलडोजर चलना तय है। 


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