उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले में स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के अंतर्गत 1049 सामुदायिक शौचालयों निर्मित किए जाएंगे। शौचालयों का रख-रखाव राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के महिला समूह करेंगे।
स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत बड़ी संख्या में सामुदायिक शौचालय का निर्माण जिले में किया जा रहा है। इन ग्राम पंचायतों पर आबादी के हिसाब से 3 लाख, 5 लाख और 7 लाख रुपये की धनराशि बेहतर मानक के साथ निर्मित कर रहीं हैं। सरकार द्वारा नियमित रूप से इनकी निगरानी भी रखी जा रही है। इन शौचालयों को बड़ी धनराशि खर्च की जा रही है, इसलिए इनके नियमित रखरखाव, साफ-सफाई और इस्तेमाल की जिम्मेदारी सरकार ने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत गठित महिला समूहों को देने का निर्णय लिया है। इन शौचालयों में साफ सफाई के लिए रनिंग वॉटर टैप का इंतजाम करने के भी निर्देश दिए गए हैं।
जिला पंचायत राज अधिकारी राघवेंद्र द्विवेदी ने रविवार को बताया कि जिले में 30 सितम्बर तक जिले में 1049 ग्राम पंचायतों में सामुदायिक शौचालय का निर्माण किया जाना है। इन ग्राम पंचायतों में सामुदायिक शौचालयों के निमार्ण में मनरेगा मजदूर काम करेंगे। मजदूरी भी मनरेगा के मद से अलग से मिलेगी। उन्होने बताया कि जिस ग्राम पंचायत में सामुदायिक शौचालय का निर्माण किया जाएगा, वहां की ग्राम पंचायत निकटवर्ती महिला समूह को रख-रखाव की जिम्मेदारी लिखित रूप से सौपेंगी। सफाईकर्मी की तैनाती समेत सभी इंतजाम महिला समूह करेंगी। इस काम पर होने वाला वार्षिक व्यय दो समान किस्तों में पहले और छठवें माह में ग्राम पंचायत एक मुश्त महिला समूह को देंगी। ऐसी ग्राम पंचायत जहां महिला समूह नहीं है, वहां ग्राम पंचायते सीधे इंतजाम कर सकती हैं। महिला के लिए आरक्षित शौचालय में महिला और पुरुष के लिए आरक्षित शौचालय में क्रमश: महिला और पुरुष केयर टेकर या सफाईकमीर् की नियुक्ति होगी।
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