कोरोना वायरस का संक्रमण देश में तेजी से बढ़ता ही जा रहा है। रोज नए-नए मामले बढ़ रहे हैं। अब इस वायरस के संक्रमण की चपेट में भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनकी मां भी आ गए हैं। मध्य प्रदेश के गुना से पूर्व सांसद और भाजपा के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनकी मां को कोरोना हो गया है। उन्हें इलाज के लिए मैक्स अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अस्पताल ने उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव होने की पुष्टि कर दी है। दिल्ली के साकेत मैक्स अस्पताल में फिलहाल इनका इलाज चल रहा है। बता दें कि साकेत का मैक्स अस्पताल कोविड-19 अस्पताल में तब्दील है, ताकि यह कोरोना की जंग में और बेहतर तरीके से अपनी सेवा दे।
ग्वालियर में समर्थकों को है ज्योतिरादित्य सिंधिया का इंतजार
मिली जानकारी के अनुसार भाजपा की ओर से राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन भरने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया भोपाल से सीधे दिल्ली आ गए थे। इसके बाद जब लॉकडाउन की घोषणा हुई तब से वे दिल्ली में ही हैं। भाजपा में शामिल होने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ग्वालियर नहीं आए थे। मध्य प्रदेश में उपचुनाव को लेकर चल रही तैयारियों के लिए भी समर्थक उनका इंतजार कर रहे थे।
हो रही कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग
ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनकी मां माधवी राजे सिंधिया को कोरोना के बाद डॉक्टर उनकी कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग में लग गए हैं। उनके पूरे परिवार की स्वास्थ जांच कराई जा रही है। डॉक्टर यह पता लगा रहे हैं कि वे कैसे इस वायरस की चपेट में आ गए हैं।
दिल्ली के सीएम केजरीवाल का होगा कोरोना टेस्ट
बता दें कि दिल्ली ही नहीं, पूरे देश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इधर, दिल्ली में सीएम अरविंद केजरीवाल को भी बुखार और गले में खराश के कारण कोविड-19 का टेस्ट कराना होगा। उनका टेस्ट आज शाम को होगा।
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा को हुआ था कोरोना
इससे पहले भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. संबित पात्रा को भी कोरोना हुआ था। आठ जून को उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिली थी। उन्हें गुरुग्राम के मेंदाता अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां उनका टेस्ट कराया गया जिसके बाद कोरोना की टेस्ट में रिपोर्ट पॉजिटिव मिली। इधर बता दें कि कोरोना बीमारी से पूरी तरह ठीक होने के बाद भी कुछ दिनों तक घर में ही क्वारंटाइन रहना होगा।
दिल्ली में कोरोना की जंग में खिंच गई है सियासी तलवार
दिल्ली में कोरोना के लगातार बढ़ते मामले के बाद बीते दो दिनों से यह अब राजनीतिक तल्खियां बढ़ा रहा है। रविवार को सीएम केजरीवाल ने यह साफ कर दिया था कि अब दिल्ली के अस्पताल में सिर्फ दिल्ली के ही नागरिक भर्ती हो सकेंगे। यहां के सरकारी (दिल्ली सरकार) और प्राइवेट अस्पताल के बेड पर सिर्फ दिल्ली वालों का हक है। हालांकि, 24 घंटे के भीतर ही एलजी अनिल बैजल ने इस फैसले को पलट दिया और यह साफ कर दिया कि यहां के बेडों पर जितना दिल्ली के मरीजों का हक है उतना ही दूसरे राज्यों के मरीजों का हक है। इसके बाद से दिल्ली का सियासी पारा चढ़ने लगा है। डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने एलजी के इस फैसले की आलोचना करते हुए कहा कि इस फैसले से दिल्ली वालों के लिए मुसीबत बढ़ने वाली है।
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