कुशीनगर के अंबेडकरनगर नौका टोला में गुरुवार को सुबह 90 वर्षीय के रिटायर इंजीनियर की रहस्यमय हाल में झुलसकर मौत हो गयी। बुजुर्ग घर के एक किनारे अपने कमरे में सोये थे। परिवार के अन्य सदस्य फर्स्ट फ्लोर पर थे। आग कैसे लगी, पुलिस इसकी वजह जानने में जुटी है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। पुरुषोत्तम पाठक डीआरडीए में इंजीनियर थे। रिटायर होने के बाद पडरौना की अपनी बड़ी मकान रहते थे। इकलौते बेटे अनुराग पाठक विशनुपुरा ब्लॉक में मनरेगा के टीए (तकनीकी सहायक) हैं। बेटे व पिता के बीच पटती नहीं थी। इंजीनियर पाठक नीचे एक किनारे कमरे में रहते थे। बेटे का परिवार मकान में फर्स्ट फ्लोर पर रहता है। पुलिस की परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार पिछले दिनों इंजीनियर का पैर टूट गया था। वह अपने कमरे में बिस्तर पर थे। इंजीनियर की पत्नी गुरुवार को सुबह बेटे के परिवार के साथ फर्स्ट फ्लोर पर थी। 11 बजे के आस पास इंजीनियर के कमरे से हल्की विस्फोट की आवाज आयी। लोगों ने दरवाजा खोला तो देखा कि उनकी जलकर मौत हो गयी थी। सिर फट गया था। आस पास सिर के हिस्से बिखरे पड़े थे। शरीर के नीचे बिस्तर जल रहा था। पानी फेंक कर आग बुझायी गयी। माना जा रहा है कि आग से सिर फटने की ही आवाज आस पास के लोगों को सुनायी दी थी। सूचना पर पहुंची पडरौना कोतवाली की पुलिस को इंजीनियर व आधा बिस्तर के सिवा घटनास्थल पर अन्य कुछ भी जला नहीं पाया। बगल में चादर से ढंकी बाइक व टूल्लू पंप बिल्कुल दुरुस्त मिले। आस पास कोई तार या केबिल भी नहीं था, जिससे शार्ट सर्किट हुआ हो। कमरे में सिलेंडर आदि जैसा अन्य कोई ज्वलनशील पदार्थ नहीं था। पुलिस ने परिजनों से पूछताछ की मगर कोई क्लू हाथ नहीं लगा। फोरेंसिक टीम ने मौके से साक्ष्य जुटाए। इंसपेक्टर कोतवाली पवन सिंह ने बताया कि परिजनों ने शार्ट सर्किट की बात कही है। आग कैसे लगी, किसी ने नहीं देखा। मामले की पड़ताल की जा रही है।
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