जेसीबी से होता है सरेआम काम
मजदूरों के हक मार रहे जेसीबी और ट्रैक्टर कब होगी जप्त
विजय कुमार शर्मा प,च,बिहार
चनपटिया प्रखंड के कई पंचाायत में जल जीवन हरियाली के तहत तालाबों का जीर्णोद्धार किया जा रहा है । लेकिन इसकी खुदाई कार्य मजदूरों से नहीं लेकर जेसीबी मशीन , ट्रैक्टर से तालाब की खुदाई धड़ल्ले से हो रहा है। इतना ही नहीं मनरेगा किया कोई पहली घटना नहीं है गौनाहा में भी वहां के का स्थानीय जनप्रतिनिधि के द्वारा जेसीबी से काम कराया जा रहा था जिसमें वहां के कार्यक्रम पदाधिकारी के द्वारा संबंधित पदाधिकारी को पत्राचार भी किया गया है काश ऐसे लोगों पर करवाई होती तो मजदूरों को रोजगार मिलता। सूत्रों के अनुसार यह कार्य मनरेगा योजना के तहत है। लेकिन मजदूर खुदाई कार्य से कोसों दूर है । लॉकडाउन के दौरान दूसरे राज्य से जहां हजारों की संख्या मे मजदूर अपने राज्य लौट रहे है । बावजूद इसके प्रखंड के कई पंचायतों में जेसीबी मशीन तथा ट्रैक्टर से तालाब की खुदाई की जा रही है। दक्षिणी घोघा पंचायत के पाटबंधी पोखरा, जयतीया पंचायत के जयतीया मिश्रवलीया पोखरा आदि में तालाब की खुदाई के लिए मशीन का सहारा लिया जा रहा है । उक्त संदर्भ में उपविकास आयुक्त रविंद्रनाथ प्रसाद सिंह ने बताया कि इसके जांच का आदेश दे दिए गए हैं रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी साथ ही मनरेगा योजना में मशीन से तालाब खुदाई सख्त मना है । अगर कोई गलती करते हुए कोई भी पाया जाता है तो उसके ऊपर एफ आई आर किया जाएगा। इस संदर्भ में कार्यपालक अभियंता मनरेगा ने बताया कि जो भी अगर जांच रिपोर्ट आता है तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। आगे यह देखना बेहद खास होगा की मजदूरों का हक मार रहे जेसीबी और ट्रैक्टर पर प्रशासनिक कार्रवाई क्या होती है ? जबकि लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है कि अगर जेसीबी से काम हो रहा था तो आखिर उसको जप्त क्यों नहीं किया गया आखिर अगल बगल पदाधिकारी क्यों कन्नी काट रहे थे।
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