प्रखंड कार्यालय में लगा रहे चक्कर
पडरौना से चौतरवा पैदल चलकर फिर ऑटो के जरिए पहुंचे प्रखंड
फोटो प्रखंड बगहा एक में महाराष्ट्र से पहुंचे 2 प्रवासी चक्कर काटते दिखे
विजय कुमार शर्मा बगहा प,च,बिहार
प्रखंड बगहा एक में रेड जोन महाराष्ट्र से आए प्रवासी मजदूर को नहीं ले रही प्रखंड प्रशासन सूझ। शनिवार को दो लोग महाराष्ट्र से आए प्रखंड के चक्कर काट रहे थे। जो परसा बंचहरी व बीबी बनकटवा पंचायत की है। 3 दिन पहले महाराष्ट्र से चलकर ट्रक के रास्ते गोरखपुर पहुंचे फिर गोरखपुर पुलिस के द्वारा किसी प्रकार गाड़ी से पडरौना भेजा गया। पडरौना से रात्रि में चल कर प्रखंड में दोपहर में पहुंचे। अपने परिजनों से खाना मंगा कर खाना खाए । उसके बाद प्रखंड के में काफी देर बैठने के बाद भी प्रखंड प्रशासन ने कोई भी सुझ नहीं ली । खुद से प्रवासी अपना स्वास्थ्य जांच कराने के लिए प्रखंड के चक्कर काटते नजर आए। काफी देर बाद प्रशासन ने जांच के लिए भेजा। दोनों प्रवासी ने बताया किसी प्रकार कर्ज लेकर मुंबई से बगहा पहुंचे। बताया कि कंपनी बंद होने के बाद हम लोगों को खाना खाने में भी दिक्कत हो रहा था। जिसको लेकर हमने अपने घर आने का निर्णय लिया। मुंबई में रहते तो भूख से मर जाते से अच्छा अपने घर गांव पहुंचकर अपने लोग के पास दो वक्त की रोटी खाकर गुजर-बसर कर लेंगे। प्रखंड विकास पदाधिकारी ने बताया कि प्रवासियों के आने के बाद रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया से पहले स्वास्थ्य जांच करना होता है। जिसको लेकर अनुमंडलीय अस्पताल में जांच होने के बाद उन्हें उनके नजदीक एक क्वॉरेंटाइन केंद्र में भेज दिया जाता है। प्रखंड में 14 क्वॉरेंटाइन केंद्र बनाए गए हैं। लेकिन प्रखंड में बाहर से आने वाले प्रवासी लोगों के लिए पर्याप्त कर्मी व वाहन मौजूद नहीं होने के कारण प्रवासियों को दिक्कत हो रही है।
प्रखंड एक नाजिर द्वारा नियोजन समाप्त होने के बाद भी कर रहे कार्य
बगहा। प्रखंड बगहा एक के नादिर वीरेंद्र प्रसाद श्रीवास्तव का नियोजन 30 अप्रैल को खत्म हो गया। प्रखंड द्वारा मिले निर्देश के बाद भी प्रखंड नाजिर द्वारा 2 सप्ताह बाद भी प्रभार किसी को नहीं दिया। प्रखंड द्वारा रंजीत कुमार लिपिक नाजिर पद प्रभार लेना था। प्रभार नहीं मिलने के कारण का प्रखंड का कार धीमी गति से चल रहा। प्रखंड नाजिर द्वारा अभी भी कार्यालय में कार्य किया जा रहा।
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