कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच में पिता के निधन की सूचना के बीच में भी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कोर टीम के साथ बैठक करते रहे। बैठक में उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिया कि कोटा से उत्तर प्रदेश लौटे सभी बच्चों का का होम क्वारंटाइन कराना सुनिश्चित कराएं। इसके साथ ही सभी बच्चों के मोबाइल में आरोग्य सेतु डाउनलोड कराने के बाद उनको घर भेजा जाए।
सीएम योगी आदित्यनाथ को सूचना थी कि उनके पिता आनंद सिंह बिष्ट की तबीयत अत्यंत गंभीर है। सीएम योगी आदित्यनाथ को पिता के निधन की जानकारी मिली तो उस दौरान वो टीम 11 की बैठक ले रहे थे। इस घटना की जानकारी मिलने के बाद सीएम की आंखें कुछ देर के लिए नम हो गई। इसके बावजूद अधिकारियों के साथ सीएम की होनी वाली बैठक जारी रही। सीएम योगी आदित्यनाथ लखनऊ से गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस के लिए रवाना होगे। इसके बाद सड़क मार्ग से एम्स नई दिल्ली जाकर पिता के पार्थिव शरीर का दर्शन करेंगे। एम्स दिल्ली से उनको एयर एम्बुलेंस से उनके पैतृक गांव में शिफ्ट करने की तैयारी के बीच ही उनका निधन हो गया। वह एम्स के गेस्ट्रो आईसीयू में एडमिट थे।
सीएम योगी आदित्यनाथ को सूचना थी कि उनके पिता आनंद सिंह बिष्ट की तबीयत अत्यंत गंभीर है। एम्स दिल्ली से उनको एयर एम्बुलेंस से उनके पैतृक गांव में शिफ्ट करने की तैयारी के बीच ही उनका निधन हो गया। वह एम्स के गेस्ट्रो आईसीयू में एडमिट थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के 89 वर्षीय पिता आनंद सिंह बिष्ट की तबीयत खराब होने पर उन्हें 13 अप्रैल को दिल्ली स्थित एम्स में भर्ती कराया गया था। वरिष्ठ डाक्टरों की टीम उनके इलाज में लगी थी। सीएम योगी आदित्यनाथ के पिता को लिवर और किडनी की समस्या थी। वह एम्स के एबी 8 वार्ड में भर्ती थे। उन्हें वेंटिलेटर पर रख गया थी। रविवार को उनकी डायलिसिस भी कराई गई थी। शरीर के कई अंगों ने काम करना कम कर दिया थी। उनकी हालत गंभीर बनी हुई थी।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने आज अपने कार्यालय लोकभवन में कोर टीम की बैठक के में अधिकारियों को निर्देश दिया कि कोटा से आने वाले सभी बच्चों का होम क्वारंटाइन कराना सुनिश्चित कराएं। उन्होंने कहा आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करने के बाद ही बच्चे घर जाएं, उन्होंने कहा कि जिन मेडिकल कॉलेजों में टेस्टिंग लैब नहीं है, वहां टेस्टिंग लैब तत्काल स्थापित करने की व्यवस्था की जाए।
इसके साथ जिन मंडलों में सरकारी मेडिकल कॉलेज नहीं है, वहां के अस्पतालों में ही टेस्टिंग लैब स्थापित करना चाहिए। सीएम योगी आदित्यनाथ ने आज अपनी टीम-11 के कार्य की भी रिपोर्ट ली। इसके साथ ही कोरोना मुक्त हुए जिलों में आगे की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने आज से प्रदेश के 56 जिलो में शरू हुए कार्यों और दफ्तरों का भी अपडेट लिया और तब्लीगी जमात के लोगों पर हो रही कार्रवाई की समीक्षा की।
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