महमूदाबाद कोतवाली क्षेत्र में पैंतेपुर के पास शारदा सहायक नहर में कूदे युवक का शव गुरुवार की सुबह पुलिस ने बरामद किया है। बाइक सीज किए जाने से क्षुब्ध युवक ने दो दिन पहले एक परिचित को मैसेज भेजकर नहर में छलांग लगा दी था। तबसे पुलिस नहर में उसकी तलाश कर रही थी। बुधवार को भी 6 गोताखोर तलाश में लगे रहे लेकिन सफलता नहीं मिली। गुरुवार की सुबह पैंतेपुर के पास शव बरामद हुआ। कोतवाली प्रभारी अरुण द्विवेदी ने बताया कि विमल के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। मामले में विमल के पिता ने मुख्यमंत्री व डीएम, एसपी को शिकायत भेजकर दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग की है। विधायक नरेंद्र वर्मा ने भी पुलिस पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए मुआवजा देने की मांग की है।
यह था मामला
सदरपुर क्षेत्र के सरैंया महीपत सिंह निवासी विमल पुत्र दयाशंकर अपने भाई निर्मल की बाइक लेकर मंगलवार को महमूदाबाद आया था। यहां उसने यूको बैंक से दो हजार रुपये निकाले। इसके बाद कीटनाशक खरीदा और घर जा रहा था। बस स्टॉप के पास तैनात पुलिस कर्मियों ने उसे रोक लिया। बाइक पर नंबर भी नहीं पड़े थे। पुलिस के पूछने पर विमल ने बताया कि 16 फरवरी को उसके भाई की शादी हुई थी जिसमें बाइक मिली थी। लेकिन अभी तक आरसी नहीं मिल सकी थी। पुलिस ने वाहन को सीज कर दिया। इसपर विमल पैदल शारदा सहायक नहर पुल पर पहुंचा। उसने कीटनाशक, पर्स, रुपये, मोबाइल किनारे रख दिया।
छलांग लगाने से पूर्व उसने अपने चाचा राहुल पुत्र शंभू दयाल को 12 बजे मोबाइल पर मैसेज भेजा। इसमें उसने लिखा दादा मैं नहर में जान दे रहा हूं। महमूदाबाद बैंक से रुपये निकालने गया था। पुलिस ने बाइक सीज कर दी। पर्स, मोबाइल, दवा पुल के पूरब दिशा में रखा है। परिवारजन मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी।
कूदने से पहले भेजा था यह मैसेज
'दादा मैं नहर में जान दे रहा हूं, महमूदाबाद बैंक से रुपये निकालने गया था। अंकित की आंटी को देने थे। पुलिस ने गाड़ी सीज कर दी है। मेरी पर्स, मोबाइल, रामपुर मथुरा रोड जाने वाली रोड के पहले पुल के पूरब रखे हैं।'
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