राजधानी में तेज बारिश तो सीतापुर, गोंडा, बाराबंकी में गिरे ओले

राजधानी में तेज बारिश तो सीतापुर, गोंडा, बाराबंकी में गिरे ओले

उत्‍तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में गुरुवार को खिली धूप के चलते मौसम गर्म रहा। वहीं, शुक्रवार भोर से ही मौसम ने करवट बदली। राजधानी में तेज बारिश तो सीतापुर, गोंडा, बाराबंकी में ओले गिरे। सुबह से ही ठंडा मौसम रहा। ठंडी हवाओं ने सर्दी का अहसास कराया।


मौसम विभाग के मुताबिक, राजधानी समेत प्रदेश में कई जगहों पर तेज हवा और गरज-चमक के साथ बारिश और ओले पड़ने की भी संभावना है। मौसम में यह बदलाव पश्चिमी विक्षोभ और राजस्थान के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बनने से हो रहा है। 


दो-तीन दिन तक बदला रहेगा मौसम


बता दें, राजधानी में गुरुवार को मौसम साफ रहा। महज 24 घंटों में अधिकतम तापमान तीन अंक उछलकर 30.4 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। हालांकि, पूर्वानुमान था कि बदली व बारिश हो सकती है। धूप के चलते कई दिनों के बाद तापमान बढ़कर 30 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया। वहीं, न्यूनतम तापमान भी सामान्य के मुकाबले एक डिग्री अधिक 17 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार को अधिकतम तापमान 28 डिग्री के आसपास रहने की उम्मीद है। अगले दो-तीन दिन मौसम ऐसा ही रहने की उम्मीद है।


ओलावृष्टि से फसल प्रभावित 


सीतापुर में गुरुवार देर रात एक बार फिर विभिन्न हिस्सों में तेज हवा और बारिश के बीच ओलावृष्टि हुई है। इससे खासतौर से गेहूं, सरसों, मसूर, चना आदि के साथ ही आम की फसलों को भी भारी नुकसान हुआ है। मिश्रिख तहसील क्षेत्र में सबसे अधिक ओला औरंगाबाद, बीबीपुर, परसपुर , रहीमाबाद , चौपरिया , भैरमपुर , अरबगंज , मनिकापुर  आदि क्षेत्रों में पड़े हैं। जिससे आम के बौर, गेहूं की बालियों और सरसों फसल को को नुकसान हुआ है। मालूम हो कि क्षेत्र में इस साल आम की फसल पर भारी नुकसान देखने को मिल रहा है। वही पहला ब्लॉक क्षेत्र में भी भारी ओलावृष्टि होने से गेहूं के साथी दलहन तिलहन वाली फसलों को नुकसान हुआ है।


अमेठी में पेड़ गिरे, दर्जनों घर तहस-नहस 


अमेठी में तेज तूफान और ओलावृष्टि ने मचाई तबाही। दर्जनों घर गिरे दो दर्जन से अधिक पेड़, गेहूं की फसल चौपट। पशुशाला पर गिरे पेड़ से एक मवेशी की मौत हो गई। वहीं, घटना में कई घायल बताए जा रहे हैं।


बारिश संग ओलावृष्टि से फसलें बर्बाद, पेयजल संकट


बाराबंकी में बारिश के साथ हुई ओलावृष्टि ने किसानों की कमर ही तोड़कर रख दी है। यह स्थिति पूरे जिले में एक सी रही है। आलू, सरसों, गेहूं, शिमला मिर्च, स्ट्राबेरी, आम के बौर सहित सभी फसलों के लिए यह आपदा बर्बादी का कारण बनेगी। देवा, कुर्सी, सिरौलीगौसपुर और रामनगर क्षेत्र में भारी नुक़सान हुआ है। जिला कृषि अधिकारी संजीव कुमार ने बताया कि फसलों को हुई क्षति का आकलन किया जा रहा है। शाम तक नुकसान की स्थिति स्पष्ट हो सकेगी। उधर, बिजली लाइन पर कई स्थानों पर पेड़ गिरने से आपूर्ति ठप हो गई। पल्हरी और ओबरी उप केंद्र के मध्य फाल्ट के चलते आधे शहर की बिजली आपूर्ति और पेयजल आपूर्ति ठप रही। इससे लोगों को पेयजल संकट से जूझना पड़ा।


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