बहुजन समाज पार्टी के विधायक राजू पाल की हत्या के मामले में वांछित चल रहे पूर्व बाहुबली सांसद अतीक अहमद के भाई और पूर्व विधायक खालिद अज़ीम अशरफ के खिलाफ सीबीआई ने एक बार फिर गिरफ्तारी के प्रयास तेज कर दिए हैं। प्रयागराज पुलिस द्वारा अशरफ़ पर इनाम बढ़ाने की सिफारिश के बाद सीबीआई की एक टीम ने प्रयागराज पुलिस को लेकर शहर के पुराने हिस्सों में मुनादी करवाई। साथ ही नोटिस चस्पा कर फरार चल रहे अशरफ पर अपना शिकंजा भी कसना शुरू कर दिया है।
गौरतलब है कि अशरफ बीते कई सालों से फरार चल रहा है। अशरफ पर डबल मर्डर सहित चार मामलों में लाखों का इनाम घोषित है। राजू पाल की हत्या के बाद से ही अशरफ फरार चल रहा है और पुलिस के लिए एक पहेली बन गया है। इस दौरान प्रयागराज पुलिस द्वारा अशरफ के घर तीन बार कोर्ट के आदेश पर कुर्की की कार्रवाई भी की जा चुकी है। जबकि अतीक अहमद दो सालों से जेल में बंद है। अतीक इस समय अहमदाबाद की जेल में है।
बता दें कि अशरफ समाजवादी पार्टी से शहर पश्चिमी से विधायक रह चुके है। मायावती सरकार में अशरफ चार सालों की फरारी के बाद गिरफ्तार किया गया था लेकिन कुछ महीनों बाद जेल से छूटने के बाद वो फरार हो गए।
एसपी सिटी बृजेश श्रीवास्तव ने बताया कि वर्ष 2007 में राजू पाल की हुई हत्या में अशरफ प्रकाश में आया था। उस समय ऐ कोर्ट में हाजिर हुआ था और विवेचना सीबीआई को सौंप दी गई थी। जिसके बाद सीबीआई कोर्ट में चार्जसीट भी दाखिल की गई। उन्होंने बताया कि सीबीआई कोर्ट से विगत तीन वर्षों से अशरफ फरार चला रहा है। यह प्रकरण मा. न्यायालय में भी चल रहा है। जिसके बाद सीबीआई कोर्ट ने 82 CRPC की नोटिस जारी की थी। जिसको लेकर शनिवार सीबीआई और स्थानीय पुलिस की टीम ने अशरफ के रहने वाले विभिन्न स्थानों पर मुनादी कराई गई है।
एसपी का कहना है कि इस मुनादी से काफी असर पड़ेगा। अशरफ जो कहीं छुप के रह रहा होगा उसके विषय में पुलिस को अनुकूल सूचना प्राप्त होगी। जिससे उसकी गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाएगी। अशरफ के ऊपर 20 से 22 मुकदमें दर्ज हैं। वर्तमान में उस पर 2 लाख का इनाम भी घोषित है।
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