भोपाल (इजहार हसन खान): मध्य प्रदेश में चल रहे सियासी ड्रामे में बड़ी उथल-पुथल सामने आई है। सिंधिया गुट के 7 मंत्रियों समेत 17 विधायक बेंगलुरु पहुंच गए हैं। बड़ी बात ये है कि इनके फोन बंद आ रहे हैं। बताया जा रहा है कि सारे के सारे विधायक सिंधिया समर्थक हैं। जिसके चलते भोपाल में अब सियासी हलचल शुरू हो चली है। मुख्यमंत्री कमलनाथ के घर अब तमाम विधायकों औऱ मंत्रियों के आने का सिलसिला शुरू हो गया है। कैबिनेट मंत्री प्रियव्रत सिंह और पूर्व मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह सीएम हाउस पहुंच गए हैं, इस बीच किसी ने भी मीडिया के किसी सवाल का जवाब नहीं दिया। हालांकि इन सब के बीच सबसे बड़ी खबर ये भी आ रही है कि मध्य प्रदेश में नये पीसीसी चीफ के नाम का ऐलान आज किया जा सकता है। सूत्रों के हवाले से ऐसी खबर भी सामने आ रही है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया को कांग्रेस का प्रदेशाध्य़क्ष बनाया जा सकता है। हालांकि कमलनाथ उनके नाम पर राजी नहीं हैं। उधर सिंधिया समर्थक मंत्री और विधायकों के फोन स्विच ऑफ हैं , जो कमलनाथ सरकार पर संकट के बड़े इशारे कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि सिंधिया के समर्थकों में से 7 मंत्री समेत कुल 17 विधायक बेंगलूरू में हैं।
बता दें कि प्रदेश में चल रही सियासी उठापटक के बीच CM कमलनाथ दिल्ली आए और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की। मुलाकात के बाद CM कमलनाथ बाहर निकले और मीडिया से बात करते हुए कहा कि 'भोपाल जा रहा हूं। आगे की रणनीति वहीं बनाई जाएगी। राज्यसभा सीट और दावेदारी को लेकर कोई विवाद नही हैं। हमारी नेता सोनिया गांधी से मेरी हर मुद्दे पर चर्चा हुई है। राज्यसभा के नामों को फैसला जल्दी किया जाएगा।'
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