अमेरिका के साथ कोरोना वायरस पर डेटा साझा करेगा चीन 

अमेरिका के साथ कोरोना वायरस पर डेटा साझा करेगा चीन 

दुनिया की महाशक्ति कहे जाने वाले अमेरिका में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं और अब ये 1,04,256 का आंकड़ा पार कर चुके हैं। जॉन्स हॉपकिन्स विश्वविद्यालय के ट्रैकर ने शुक्रवार को यह आंकड़े सामने रखे। अमेरिका में शाम छह बजे तक 1,704 मौत समेत 1,00,717 मामले दर्ज किए गए थे जोकि तेजी से बढ़ रहे हैं। सबसे अधिक मामले न्यूयॉर्क से सामने आ रहे हैं। अमेरिका में संक्रमण के मामलों में दूसरे नंबर के देश इटली से करीब 15,000 और चीन से 20,000 से अधिक मामले हैं। सबसे पहले इस बीमारी का पता चीन में ही चला था और वह इसका केंद्र बनकर सामने आया।



अमेरिका में संक्रमित मामलों पर मृत्यु दर इटली के करीब 10.5 प्रतिशत के मुकाबले करीब 1.5 प्रतिशत है। मृत्यु दर कम हो सकती है क्योंकि बड़े पैमाने पर जांच से पता चला है कि ज्यादातर लोग संक्रमित हैं लेकिन उनमें बीमारी से लक्षण नहीं दिखाई दिए हैं। हालांकि यह बढ़ भी सकती है अगर और शहरों तथा राज्यों में न्यूयॉर्क जैसी स्थिति सामने आने लगे। न्यूयॉर्क में 500 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और वहां अस्पताल में बिस्तरों, निजी सुरक्षा उपकरणों और वेंटिलेटरों की भारी कमी है।


अमेरिका के साथ कोरोना वायरस पर डेटा साझा करेगा चीन 
चीन कोरोना वायरस वैश्विक महामारी से संबंधित अपना डेटा अमेरिका के साथ साझा करेगा और देश को बीजिंग के अनुभव से सबक लेने में मदद करेगा। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने समकक्ष शी चिनफिंग के साथ शुक्रवार को हुई एक घंटे की बातचीत के बाद आज शनिवार को यह बात कही। ट्रंप द्वारा कोरोना वायरस को “चीनी वायरस” कहे जाने और विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ द्वारा चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी पर अमेरिकी लोगों के स्वास्थ्य एवं जीवनशैली को “अत्यधिक खतरे” में डालने का आरोप लगाने के बाद से बीजिंग काफी गुस्से में था। लेकिन कई दिनों तक चले इस वाक युद्ध के बाद ट्रंप ने शुक्रवार को फोन पर शी से बात की। वैश्विक महामारी के अगले केंद्र के तौर पर अमेरिका के उभरने के साथ ही शी ने ट्रंप को कोरोना वायरस से लड़ने में चीन की ओर से पूरी मदद का आश्वासन दिया लेकिन इस बात पर भी जोर दिया कि संक्रामक रोग कोई कोई सीमा या नस्ल नहीं जानते।



 अमेरिका ने भारत समेत 64 देशों को 17.4 करोड़ डॉलर की अतिरिक्त आर्थिक मदद देने की घोषणा की
वहीं अमेरिका ने इस वैश्विक महामारी से निपटने में मदद करने के मकसद से भारत समेत 64 देशों को 17.4 करोड़ डॉलर की अतिरिक्त आर्थिक सहायता देने की शुक्रवार को घोषणा की। इस राशि में से 29 लाख डॉलर मदद के तौर पर भारत को दिए जांएगे। यह फरवरी में अमेरिका की ओर से घोषित 10 करोड़ डॉलर की मदद के अलावा है। फिलहाल घोषित की गई नयी राशि रोग नियंत्रण एवं बचाव केंद्र (सीडीसी) समेत विभिन्न विभागों एवं एजेंसियों के विशाल अमेरिकी वैश्विक प्रतिक्रिया पैकेज का हिस्सा है। यह वित्तीय मदद वैश्विक महामारी के खतरे का सामना कर रहे सबसे ज्यादा जोखिम वाले 64 देशों के लिए है। 


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