भारत-अमेरिका ने मंगलवार को 3 अरब डॉलर के रक्षा सौदे को अंतिम रूप दिया और तीन समझौता पत्रों पर हस्ताक्षर किए जिसमें से एक समझौता ऊर्जा क्षेत्र से संबंधित है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जोर देकर कहा कि दोनों देशों ने अपने संबंधों को समग्र वैश्विक सामरिक गठजोड़ के स्तर पर ले जाने का निर्णय लिया है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप का ऐतिहासिक और भव्य स्वागत हमेशा याद रखा जाएगा ।
ये हुए समझौते
- 3 अरब डॉलर के रक्षा सौदे पर हस्ताक्षर हुए। इस डील के मुताबिक तीन अरब डॉलर से ज्यादा कीमत के सैन्य हेलीकॉप्टरों समेत रक्षा उपकरण भारतीय सेना को मिलेंगे। रक्षा डील में MH-60 बहुआयामी भूमिका वाले हेलिकॉप्टर भी होंगे, जो भारतीय नौसेना की जरूरतों को ध्यान में रखकर खरीदे जाएंगे। समझौते में अमेरिकी कंपनी लॉकहीड मार्टिन से 24 एमएच-60आर सीहॉक समुद्री हेलिकॉप्टरों की खरीद शामिल है। ये हेलिकॉप्टर समुद्रों में पनडुब्बियों का पता लगाकर उन्हें तबाह करने में सक्षम माने जाते हैं।
- मादक पदार्थ और इससे जुड़ी समस्याओं से निपटने को प्राथमिकता दी गई। मादक पदार्थों की तस्करी, मादक पदार्थ से जुड़े आतंकवाद और संगठित अपराध जैसी गम्भीर समस्याओं के बारे में एक नए तंत्र पर भी सहमति बनी।
- एक समझौता ऊर्जा क्षेत्र से संबंधित है। तेल एवं गैस क्षेत्र में एक सहयोग पत्र पर हस्ताक्षर हुआ। देश की सबसे बड़ी तेल विपणन कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन और एक्सोन मोबिल इंडिया एलएनजी का अमेरिका की चार्ट इंडस्ट्रीज के साथ सहयोग पत्र करार हुआ है।
- मानसिक स्वास्थ्य और चिकित्सा उत्पादों की सुरक्षा को लेकर दो अलग-अलग सहमति पत्रों पर हस्ताक्षर किये गए। मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग और अमेरिकी स्वास्थ्य एवं मानव विज्ञान विभाग के बीच एक सहमति पत्र (एमओयू) करार हुआ है। एक अन्य सहमति पत्र चिकित्सा उत्पादों की सुरक्षा से जुड़ा हुआ है। इस पर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के अधीनस्थ केंद्रीय औषध मानक नियंत्रण संगठन और अमेरिकी खाद्य एवं औषध प्रशासन ने हस्ताक्षर किए।
क्या बोले पीएम मोदी?
- दोनों देशों ने अपने संबंधों को समग्र वैश्विक सामरिक गठजोड़ के स्तर पर ले जाने का निर्णय लिया है। राष्ट्रपति ट्रंप का ऐतिहासिक और भव्य स्वागत हमेशा याद रखा जाएगा।
- आतंकवाद के समर्थकों को जिम्मेदार ठहराने के लिए हमने अपने प्रयासों को और आगे बढ़ाने का निश्चय किया है।
- कुछ ही समय पहले स्थापित हमारा सामरिक ऊर्जा गठजोड़ सुदृढ़ होता जा रहा है और इस क्षेत्र में आपसी निवेश बढ़ा है।
- हमने भारत-अमेरिकी संबंधों को व्यापक वैश्विक साझेदारी के स्तर तक ले जाने का फैसला किया है।
- दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग भारत और अमेरिका के बीच बढ़ती रणनीतिक साझेदारी का प्रतिबिंब।
- भारत और अमेरिका मुक्त, निष्पक्ष एवं संतुलित कारोबार के लिए प्रतिबद्ध हैं।
- हमारे बीच बड़े कारोबारी समझौतों के लिए बातचीत शुरू करने पर सहमति बनी है, हमें भरोसा है कि इसके अच्छे परिणाम सामने आएंगे।
क्या बोले ट्रंप?
- भारत यात्रा अविस्मरणीय, असाधारण और सार्थक रही।
- अमेरिका-भारत की साझेदारी सही मायने में पहले से काफी मजबूत हुई है और दोनों देशों ने शानदार समझौते किए हैं।
- हम कट्टरपंथी इस्लामी आतंकवाद से निपटने में सहयोग करने को सहमत हुए।
- हमने 5जी दूरसंचार प्रौद्योगिकी, हिंद-प्रशांत में स्थिति पर चर्चा की।
- अमेरिका-भारत की साझेदारी सही मायने में पहले से काफी मजबूत हुई है।
- अमेरिका आतंकवाद से निपटने के लिए पाकिस्तान के साथ सकारात्मक रूप से काम कर रहा है।
- हम सतत परियोजनाओं के लिए ‘ब्लू डॉट नेटवर्क' पर काम कर रहे हैं।
बता दें कि दो दिवसीय भारत यात्रा पर आए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनकी पत्नी मेलानिया का मंगलवार को यहां राष्ट्रपति भवन में पारंपरिक तरीके से भव्य स्वागत किया गया। राष्ट्रपति के तौर पर भारत की अपनी पहली यात्रा पर आए ट्रंप ने सलामी गारद का निरीक्षण किया और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के समाधि स्थल राजघाट पर पुष्पांजलि अर्पित की। इससे पहले अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम में आयोजित ‘नमस्ते ट्रंप' कार्यक्रम में सोमवार को ट्रंप के साथ उनकी पत्नी मेलानिया ट्रंप, पुत्री इवांका, दामाद जेरेड कुश्नर और उनके प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी आए।
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