क्षेत्र के एक गांव में पत्नी ने अपने कॉलेज समय के प्रेमी के साथ मिलकर दो युवकों को दो लाख रुपये की सुपारी देकर पति की हत्या कराई थी। आरोपी प्रेमी रिश्ते में महिला का मामा लगता है। दोनों विवाह करना चाहते थे लेकिन परिवार के सदस्यों की नाराजगी के कारण उनका विवाह नहीं हो सका था।
आरोपी महिला की कॉल डिटेल व वारदात के दिन आरोपियों द्वारा महिला से मारपीट नहीं करने की कड़ी जोड़ते हुए पुलिस मामले के खुलासे तक पहुंची। पुलिस ने महिला व उसके प्रेमी जींद जिले के गांव पांडूपिंडारा निवासी अनिल व दो अन्य विकास व मनीष को गिरफ्तार कर रिमांड पर लिया है।
उल्लेखनीय है कि क्षेत्र के एक गांव निवासी युवक कोर्ट में बतौर मुंशी तैनात था। 23 दिसंबर की रात को तीन नकाबपोश युवक उसके घर में दीवार फांदकर घुसे और लाठी-डंडों व धारदार हथियार से हमला कर उसकी हत्या कर दी थी। हालांकि मृतक की पत्नी ने पड़ोसियों पर ही हत्या का आरोप लगाया था। लेकिन हमले में पत्नी के साथ मारपीट नहीं किए जाने से पुलिस को उस पर शक हुआ। इसके बाद पुलिस ने महिला के मोबाइल की कॉल डिटेल निकलवाई और उससे पूछताछ शुरू की। महिला से पूछताछ में हत्या की परतें खुलती चली गईं।
महिला ने पूछताछ में बताया कि उसने अपने ननिहाल में पढ़ाई की थी। वहीं पर रिश्ते में उसके मामा लगने वाले अनिल के साथ उसे प्रेम हो गया। वर्ष 2006 में उसका विवाह सुधराना निवासी युवक के साथ हो गया था। इस दौरान अनिल से उसकी बातचीत बंद हो गई। लेकिन करीब चार साल बाद 2010 में दोनों फिर संपर्क में आ गए। इसके बाद दोनों का मिलना-जुलना शुरू हो गया। पति की गैर मौजूदगी में उसका प्रेमी उसके घर भी आने लगा था।
महिला का प्रेमी अनिल अविवाहित है। बताया गया है कि महिला से शादी नहीं होने के चलते अनिल ने शादी ने नहीं की। वर्तमान में जींद में अनिल कोरियर का काम करता है। उसका पति दूसरे जिले की कोर्ट में तैनात था, ऐसे में मौका पाकर अनिल उसके घर आने लग गया था। इसी दौरान ही दोनों ने महिला के पति की हत्या की साजिश रची।
पुलिस पूछताछ में आरोपी प्रेमी अनिल ने बताया कि उसने अपने गांव निवासी विकास व मनीष को एक-एक लाख रुपये में महिला के पति को मारने की सुपारी दी थी। वारदात की रात को करीब 10 बजे सभी आरोपी उनके घर की दीवार फांदकर घुसे गए। विकास व मनीष ने महिला के पति को सोते हुए ही काबू कर लिया तथा लाठी-डंडों व रॉड से उसकी हत्या कर दी थी।
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