पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अस्पतालों में लैब पर सप्लाई होने वाली एचआईवी किटअब बदायूं से की जाएगी सप्लाई

पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अस्पतालों में लैब पर सप्लाई होने वाली एचआईवी किटअब बदायूं से की जाएगी सप्लाई

पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अस्पतालों में लैब पर सप्लाई होने वाली एचआईवी किट अब बदायूं से सप्लाई की जाएगी। इसके लिए जिला मुख्यालय पर कोल्डचैन रूम बनाया जाएगा। प्रस्ताव तैयार कर जिला महिला अस्पताल ने नाको को दे दिया है, बिल्डिंग जिला महिला अस्पताल की रहेगी और तैयार नाको कराएगा। कोल्डचैन रूम से एचआईवी किट बरेली, मुरादाबाद, मेरठ सहित पश्चिमी उत्तरप्रदेश के जिलों को सप्लाई होगी।जिला महिला अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग में अब एचआईवी किट रखने के लिए कोल्डचेन रूम बनाया जाएगा। एचआईवी पर काम करने वाली संस्था नाको इसे तैयार कराएगी। इस रूम में एचआईवी की 50 हजार किट एक बार में रखी जा सकेंगी। इसका तापमान दो से आठ डिग्री सेल्सियस के मध्य रहेगा। यहां कंपनी से किट तैयार होने के बाद सीधे कोल्डचैन रूम में आएंगी और उसके बाद पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अस्पतालों में डिमांड के अनुसार सप्लाई की जाएंगी। इस रूम की निगरानी सीधे नाको कंपनी द्वारा ही की जाएगी, पुरानी बिल्डिंग में लेबर रूम के बराबर वाले रूम को तैयार किया जाएगा। इसके लिए पत्राचार शुरू हो गया है। जल्द ही इसे तैयार करा दिया जाएगा। बदायूं जिला महिला अस्पताल में बिल्डिंग खाली दिखी तो प्रस्ताव भेजा है। अब तक सीधे लखनऊ से सप्लाई दी जा रही है।


24 घंटे विद्युत सप्लाई 


कोल्डचेन रूम जिला महिला अस्पताल में बनाया जाएगा। इसमें रूम को ठंडा रखने के लिए 24 घंटे मशीन चलेंगी। इसको लेकर विद्युत सप्लाई भी 24 घंटे रहेगी। 


करीब 19 लाख रुपये से बनेगा रूम 


जिला महिला अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग में नाको द्वारा कोल्डचैन रूम बनवाया जाएगा। इसके लिए जिला महिला अस्पताल को 19 लाख रुपये का बजट दिया है। इस कोल्ड चेन रूम का निर्माण किसी एक संस्था को नामित करने के बाद कराया जाएगा। विभाग ने जल्द ही संस्था नामित करने के लिए प्रक्रिया आरंभ कर दी है। संस्था नामित होते ही एचआईवी किट को कोल्डचेन रूम तैयार कर दिया जाएगा।


इसलिए जरूरी है कोल्डचेन रूम 


एचआईवी किट कोल्डचेन रूम में रखी जाती है। कोल्डचेन रूम में एक निश्चित तापमान रहता है। एचआईवी किट ऐसी दवाओं से बनी होती हैं, जिन्हें सामान्य तापमान में रखें तो उनका असर खत्म हो जाता है। इसलिए बिना कोल्डचैन के उन्हें नहीं रखा जा सकता है। अगर सामान्य तापमान में एचआईवी किट को रख दिया और फिर उसके बाद किट का इस्तेमाल किया तो वह किसी भी व्यक्ति की जांच निगेटिव और पॉजटिव नहीं बता सकेगी।


अधिकारी आए थे। इमारत दिखा दी है और प्रस्ताव बनाकर ले गए हैं। कोल्डचेन रूम बनाएंगे। इसमें स्थानीय स्तर के लिए तो किट रखी ही जाएगी। नाको दूसरे जिलों के लिए भी यहां से सप्लाई करेगी।  जल्द ही लैब तैयार हो जाएगी।


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