गोरखपुर में देश का सबसे बेहतरीन चिड़ियाघर नए साल में शुरू हो जाएगा: मंत्री दारा सिंह चौहान

गोरखपुर में देश का सबसे बेहतरीन चिड़ियाघर नए साल में शुरू हो जाएगा: मंत्री दारा सिंह चौहान


वन, पर्यावरण एवं जन्तु उद्यान विभाग मंत्री दारा सिंह चौहान ने कहा कि देश का सबसे बेहतरीन चिड़ियाघर नए साल में लोकार्पित हो जाएगा। सिविल वर्क मार्च- अप्रैल में पूर्ण हो जाएगा। उसके बाद शहीद अशफाक उल्ला खॉ प्राणी उद्यान का प्रबंधन जीव-जंतुओं को उद्यान में लाने की प्रक्रिया शुरू करेगा। धन की कोई कमी नहीं है, कार्यदायी संस्था को गुणवत्ता के साथ निर्धारित अवधि में कार्य पूर्ण करने के आदेश दिए गए हैं।


 वन मंत्री दारा सिंह चौहान प्राणी उद्यान के निरीक्षण के बाद पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कहा कि 2008-2009 में चिड़ियाघर के निर्माण के लिए 28 करोड़ रुपये मिले थे लेकिन कोई कार्य नहीं हुआ। लेकिन जब से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार आई 160 करोड़ दिए गए। अभी अनुपुरक बजट में भी 30 करोड़ रुपये आवंटित किए गए। प्राणी उद्यान की भव्यता और समृद्धि के लिए धन की कोई कमी नहीं आएगी। पूर्वांचल की जनता का दबाव ही है कि प्राणी उद्यान को देश का सबसे समृद्ध प्राणी उद्यान बनाया जा रहा है। इसलिए कुछ नए कार्य भी जुटते गए जिसके कारण इसकी डेड लाइन भी बदली। कार्यदायी संस्था निर्माण निगम को कहा गया है कि जल्द से जल्द सिविल निर्माण कार्य पूर्ण करें। प्राणी उद्यान के साथ यहां पक्षी विहार का भी आनंद भी लोगों को मिलेगा। 121.342 एकड़ क्षेत्र में निर्मित हो रहे प्राणी उद्यान में पक्षी विहार भी होगा। इस प्राणी उद्यान में 34 एकड़ का वेट लैंड भी है।


रामगढ़ झील होगा देश का पहला नोटिफाइड वेटलैंड


एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि रामगढ़झील देश का पहला वेटलैंड होगा जिसका नोटिफिकेशन किया जाएगा। कब होगा के सवाल पर उन्होंने कहा कि जल्द ही नोटिफिकेशन की प्रक्रिया पूर्ण कर ली जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि प्रदेश के सभी वेटलैंड का सर्वेक्षण कर उन्हें क्षेत्रफल के हिसाब से श्रेणियों में बांटा जा रहा है। 2.25 हेक्टेयर के सभी वेटलैंड को नोटिफिकेशन कर उनका सौदर्यीकरण और संरक्षित किया जाएगा। पर्यटन की दृष्टि से भी उनका विकास किया जाएगा।



जीडीए की 150 एकड़ जमीन एनजीटी और अदालत के निर्देश पर वन विभाग को सौंपे जाने के सवाल पर वन मंत्री ने कहा कि यह सम्पत्ति सरकार की है। कैबिनेट में इस पर निर्णय लिया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संज्ञान में यह पूरा मामला है। उन्होंने कहा कि सोचिए 121 एकड़ में इतना सुंदर निर्माण हो रहा है। ऐसे में 150 एकड़ जमीन पर एनजीटी और सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के मुताबिक कैबिनेट के फैसले के हिसाब से मिली तो प्राणी उद्यान का और विस्तार होगा।


बांस की खेती और उत्पादन को देंगे बढ़ावा


एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि केंद्र एवं प्रदेश सरकार बांस की खेती को मिर्जापुर, बुंदेलखण्ड और पूर्वांचल में बढ़ावा दे रही है। इसके लिए किसानों को अनुदान दे रहे हैं। गोरखपुर में बांस के लिए सीएफसी का निर्माण किया जा रहा है। ताकि बांस से पॉवर जनरेशन, फर्नीचर और तमाम तरह के उत्पाद भी बनाए जा सकते हैं। इससे किसानों को फायदा होगा ही, रोजगार के नए अवसर भी मिलेंगे।


पूर्वी सरकारों में पूर्वांचल की हुई उपेक्षा


दारा सिंह चौहान ने विपक्ष पर भी हमला बोला, कहा कि पूर्ववर्ती सरकारों में पूर्वांचल की सर्वाधिक उपेक्षा की गई लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार के 3 साल के कार्यकाल में पूर्वांचल में प्राणी उद्यान, एम्स, रामगढ़ झील परियोजना, हवाई सेवा, जटायु संरक्षण केंद्र, पिपराइच चीनी मिल, अंतरराष्ट्रीय वॉटर स्पोटर्स, प्रेक्षागृह, पूर्वांचल लिंक एक्सप्रेसवे समेत इतनी परियोजनाएं आई हैं कि यह क्षेत्र विकास के नई राह पर बढ़ रहा है। लोगों के समक्ष रोजगार एवं स्वरोजगार के नए अवसर मिले हैं।


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