स्वास्थ्य विभाग व स्वस्थ समाज की रीढ़ हैं आशा: जिलाधिकारी   

स्वास्थ्य विभाग व स्वस्थ समाज की रीढ़ हैं आशा: जिलाधिकारी   

  
बहराइच: राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अन्तर्गत स्वास्थ्य, शिक्षा, स्वच्छता आदि विषयों पर चर्चा व महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान किये जाने के उद्देश्य से अभिनन्दन बैंक्वेट हाल, सरिया मिल, माल गोदाम, रोड बहराइच में आयोजित जनपद स्तरीय आशा सम्मेलन का मुख्य अतिथि विधायक महसी सुरेश्वर सिंह ने जिलाधिकारी शम्भु कुमार व मुख्य विकास अधिकारी अरविन्द चैहान के साथ दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि विधायक महसी सुरेश्वर सिंह ने डीएम व सीडीओ के साथ जनपद के समस्त ब्लाकों से चयनित 21 आशाओं को प्रथम, द्वितीय व तृतीय पुरस्कार के रूप में क्रमशः पाॅच, दो व एक-एक हज़ार रूपये की धनराशि तथा प्रशस्ति-पत्र प्रदान कर सम्मानित किया। मुख्य अतिथि श्री सिंह ने समारोह के दौरान मा. मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश शासन योगी आदित्यनाथ जी द्वारा जारी किये गये सन्देश को पढ़कर सुनाया।
कार्यक्रम को समबोधित करते हुए मुख्य अतिथि विधायक श्री सिंह ने कहा कि आशा कार्यकर्ता स्वास्थ्य विभाग की रीढ़ के समान हैं। शासन द्वारा संचालित तमाम जनस्वास्थ्य से जुड़ी योजनाओं एवं कार्यक्रमों को समाज के अन्तिम पायदान पर खड़े व्यक्ति तक पहुॅचायें में आशाओं की भूमिका अत्यन्त महत्वपूर्ण है। श्री सिंह ने सभी आशाओं व संगिनीयों का आहवान किया सरकार द्वारा संचालित योजनाओं को जन-जन तक पहुॅचाये जाने के साथ-साथ आमलन आयुष्मान भारत योजना के बारे में भी जानकारी प्रदान करें ताकि गरीब लोंग भी दस अतिमहत्वपूर्ण योजना का लाभ प्राप्त कर सकें। उन्होंने आशाओं को प्रशिक्षित करने के तरीको के लिए मुख्य विकास अधिकारी के प्रयासों की भी प्रशंसा की।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए जिलाधिकारी शम्भु कुमार ने कहा कि आशा, समुदाय और स्वास्थ्य विभाग के बीच की महत्वपूर्ण कड़ी हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित अनेकों योजनाओं और कार्यक्रमों को जन-जन तक पहुॅचाने में आशाओं के योगदान को नकारा नहीं जा सकता है। गाॅवों में बसने वाले देश भारत के लोगों तक स्वास्थ्य सेवाओं को पहुंचाने में आशाओं एवं आशा संगिनियों का योगदान सराहनीय है। श्री कुमार ने कहाकि आशाओं की मेहनत से आकांक्षात्मक जनपद के लिए नीति विभाग द्वारा निर्धारित किये गये स्वास्थ्य एवं पोषण संकेतों मे साल दर साल प्रगति हो रही है। परन्तु इस दिशा हमें और प्रयास करने की ज़रूरत है।
जिलाधिकारी श्री कुमार ने कार्यक्रम के माध्यम से सभी आशाओं व संगनियों का आहवान किया कि जनपद में संस्थागत प्रसव के ग्राफ को ऊपर ले जाने का प्रयास करें। श्री कुमार ने कहा कि जनपद के समस्त स्वास्थ्य उप केन्द्रों संसाधनों से आच्छादित कर दिया गया है। उन्होंने सभी आशाओं का आहवान किया कि लोगों को संस्थागत प्रसव के लिए प्रेरित करें। जिलाधिकारी श्री कुमार ने आशाओं से यह भी अपील की कि नव विवाहित जोड़ों को परिवार नियोजन के साधनों की जानकारी प्रदान करते हुए उन्हें दो बच्चों मे तीन साल का अंतर रखने के लिए भी जागरूक करें।
समारोह को सम्बोधित करते हुए मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. सुरेश सिंह ने बताया कि आशा आम जनमानस में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत संचालित कार्यक्रमों, परिवार नियोजन, नवीन योजनाओं की जानकारी देने व स्वास्थ्य योजनाएं मुहैया करवाने में अहम भूमिका निभा रही हैं। आशाओं को जनसंख्या नियंत्रण को लेकर लोगों को जागरुक करने, टीकाकरण कराने में सहायता करने, गर्भवती महिला और नवजात बच्चों की बेहतर देखभाल के बारे में और अधिक जानकारियां दी गई। उन्होंने आशाओं से अपील किया कि कापर टी, अंतरा और छाया के बारे में महिलाओं को ज्यादा से ज्यादा जानकारी प्रदान करें। सीएमओ डा. सिंह ने गृह आधारित नवजात शिशु देखभाल कार्यक्रम के सफल मॉनीटरिंग के लिए यूनिसेफ के मण्डलीय मॉनीटर साकेत शुक्ला की सराहना की। कार्यक्रम को मुख्य विकास अधिकारी अरविन्द चैहान, जिला कार्यक्रम अधिकारी जी.डी. यादव सहित अन्य लोगों द्वारा भी सम्बोधित किया गया।
जिला स्तरीय आशा सम्मेलन में ब्लॉक महसी की आशा विद्या मिश्रा, चित्तौरा की सोनी बेगम, शिवपुर की प्रभावती, पयागपुर की नगीना देवी, रिसिया की मायावती, नवाबगंज की शकुंतला दीक्षित, विशेश्वरगंज की शकुंतला, तेजवापुर की अंजनी, कैसरगंज की चंद्रकांता सिंह, बलहा की अंजू देवी, फखरपुर की मंजू देवी, जरवल की रीना वर्मा, हुजूरपुर की सत्या सिंह व मिहींपुरवा की मीरा कौलिक को प्रथम पुरस्कार से सम्मानित किया गया। साथ ही रिसिया ब्लॉक से आशा संगिनी आरती कौर को प्रथम, महसी की आशा संगिनी रचना तिवारी को द्वितीय और पयागपुर की आशा संगिनी दीप्ती पांडेय को तृतीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसके अतिरिक्त समस्त ब्लाक से चयनित अन्य आशाओं को भी द्वितीय व तृतीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का संचालन का जिला कार्यक्रम प्रबंधक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन डा. आर.बी. यादव ने किया। इस अवसर पर अपर व उप मुख्य चिकित्साधिकारीगण, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी, एमओआईसी, बीपीएम, बीसीपीएम, यूनीसेफ के मंडल समन्वयक, डीएचईआईओ सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी व 1320 आशाएं मौजूद रहीं।


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