निजी लैब में गर्भवती महिलाओं और नवजात की मुफ्त होगी जांच, दिल्ली सरकार उपलब्ध कराएगी सुविधा

निजी लैब में गर्भवती महिलाओं और नवजात की मुफ्त होगी जांच, दिल्ली सरकार उपलब्ध कराएगी सुविधा

दिल्ली सरकार ने गर्भवती महिलाओं और कमजोर नवजात शिशुओं की देखभाल के लिए निजी लैब में निशुल्क जांच की सुविधा देने की योजना बनाई है। जिन सरकारी अस्पतालों में जांच सुविधाएं मौजूद नहीं हैं वह अस्पताल अपने नजदीक के निजी लैब के साथ करार कर सकते हैं। हालांकि इसके लिए कुछ शर्तें भी रखी गई हैं। इस करार के बाद गर्भवती महिलाओं और एक वर्ष तक के नवजात बच्चों को मेडिकल जांच सुविधा निशुल्क मिल सकती है।  सरकार की इस योजना के तहत मोती नगर स्थित आचार्य श्रीभिक्षु अस्पताल जल्द ही एक लैब से करार करने भी जा रहा है। इसके बाद अस्पताल आने वाले इन मरीजों को हेमोटोलॉजी, रेडियोलॉजी और बॉयोकेमिस्ट्री के तहत आने वाली जांचों की सुविधा मिल सकेगी। इनमें एमआरआई, सीटी स्कैन, यूएसजी इत्यादि जांचें शामिल हैं। 


दरअसल गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं के स्वास्थ्य को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम संचालित है। इस योजना के तहत उपचार पूरी तरह से निशुल्क है। हालांकि अभी भी कई सरकारी अस्पताल ऐसे हैं जहां पर्याप्त सुविधाएं न होने के कारण मरीजों को अक्सर चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। इसीलिए इन सुविधाओं को लेकर दिल्ली सरकार ने अस्पताल परिसर से महज 5-7 किलोमीटर के दायरे में मौजूद डीजीईएचएस से मान्यता प्राप्त निजी लैब से करार करने की मंजूरी दी है।


स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आचार्य श्रीभिक्षु अस्पताल में प्रक्रिया लगभग अंतिम चरण में है। आने वाले दिनों में अन्य अस्पताल भी इस दिशा में काम कर सकते हैं। ओपीडी और अस्पताल में भर्ती दोनों ही प्रकार के रोगियों के लिए ये सेवाएं रहेंगी। जांच पर खर्च होने वाले बजट को दिल्ली सरकार की ओर से निजी लैब को दिया जाएगा। इसके लिए हर महीने तय फॉरमेट में निजी लैब को जानकारी उपलब्ध करानी होगी। साथ ही जांच राशि भी दिल्ली सरकार पैनल के मौजूदा नियमों के अनुसार देगी।


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