कश्मीर के कुछ इलाकों में पोस्टर लगाकर दुकानदारों को दी गई चेतावनी बाद घाटी के अधिकतर हिस्सों में लगातार दूसरे दिन गुरुवार को भी दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे। सार्वजनिक परिवहन के वाहन भी सड़कों से नदारद दिखे। अधिकारियों ने कहा कि मध्य कश्मीर में श्रीनगर एवं गंदेरबल जिलों, दक्षिण कश्मीर में अनंतनाग, कुलगाम, पुलवामा और शोपियां जिलों तथा उत्तर में कुछ जिलों में बंद का आह्वान किया गया।
चेतावनी के बाद दुकानदारों ने सुबह दुकानें नहीं खोलीं
उन्होंने कहा कि पिछले कुछ हफ्ते से दुकानदार सुबह के वक्त अपनी दुकानें खोल रहे थे लेकिन चेतावनी के बाद उन्होंने सुबह दुकानें नहीं खोलीं। अधिकारियों ने बताया कि घाटी में शहर और अन्य जगहों पर सार्वजनिक परिवहन के वाहन सड़कों से दूर रहे। हालांकि कुछ ऑटोरिक्शा और अंतर जिला कैब को सड़कों पर चलते देखा गया। पांच अगस्त को केंद्र द्वारा संविधान के अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को निरस्त किए जाने और जम्मू कश्मीर को दो केंद्रशासित क्षेत्रों में विभाजित करने के फैसले के बाद से प्रीपेड मोबाइल फोन और सभी इंटरनेट सेवाएं बंद हैं।
शीर्ष स्तर एवं दूसरी पंक्ति के अलगाववादी नेताओं को एहतियातन हिरासत में रखा गया है जबकि दो पूर्व मुख्यमंत्रियों उमर अब्दुल्ला एवं महबूबा मुफ्ती समेत मुख्यधारा के नेताओं को या तो हिरासत में रखा गया है या नजरबंद किया गया है।सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्री एवं श्रीनगर से मौजूदा लोकसभा सांसद फारुक अब्दुल्ला को विवादित लोक सुरक्षा अधिनियम के तहत हिरासत में रखा है। इस कानून को 1978 में अब्दुल्ला के पिता एवं नेशनल कांफ्रेंस के संस्थापक शेख मोहम्मद अब्दुल्ला ने मुख्यमंत्री रहते हुए लागू किया था।
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