जिलाधिकारी ने विभागीय कार्यों की समीक्षा,अधिकारियों की जमकर लगाई क्लास

जिलाधिकारी ने विभागीय कार्यों की समीक्षा,अधिकारियों की जमकर लगाई क्लास

 


सुल्तानपुर : जिला कलेक्ट्रेट में एक दिवसीय दौरे पर आए जिले के नोडल अधिकारी अनुराग श्रीवास्तव के जाने के बाद जिलाधिकारी सी इन्दुमती ने मंगलवार को समय 2:30 तक विभागीय कार्यों की समीक्षा अधिकारियों की जमकर क्लास लिया। इस दौरान जिलाधिकारी ने खास फरमान चिकित्सा विभाग की व्यवस्था पर सुनाया।
जिलाधिकारी को पहले से मिल रही चरमराई चिकित्सा व्यवस्था की शिकायत पर सीएमएस डॉक्टर बीबीसी को जमकर फटकार लगाई कहा कि जिले मे सबसे ज्यादा शिकायत चिकित्सा विभाग की है। दलाल चिकित्सलय मै है या नही यह सवाल नही है। किसी भी व्यक्ति पर इस तरह का मारपीट करना और उसका वीडियो वायरल होना जिला प्रशासन के लिए अच्छे संकेत नहीं है ।
विभागीय बैठक मे जिलाधिकारी ने कहा कि किसी भी व्यक्ति पर इस तरह हाथ छोड़ना अपराध है । विभागीय वताते है इस पर सीनस डॉक्टर बी पी सिंह की हेकड़ी बंद हो गई और व्यवस्थाओं की जांच के लिए जिलाधिकारी ने सीएमओ डॉक्टर सीबीएन त्रिपाठी को निष्पक्षता जांच कर रिपोर्टिंग करने को कहा है, इसकी बेहतर जांच हो , जिलाधिकारी ने त्रिपाठी को सख्त हिदायत देते हुए कहा कि गंभीरता से जांच की जाए अगर जांच में दोष सिद्ध नहीं हो पाया और कुछ छिपाया गया तो तो जांचकर्ता पर भी कार्यवाही हो सकती है।
बताते चलें कि हमेशा विवादों की सुर्खियों में घिरे रहने वाले डॉक्टर बी बी सिंह पर एक से एक घोटाले के आरोप लगते रहे अपनी मजबूत पकड के चलते कई वर्षों से आज तक जिला चिकित्सालय मे जमे हुए है। डॉक्टर बीबीसिंह के कार्य व्यवहार से असंतुष्ट होकर जिला चिकित्सालय के सर्जन से लेकर फिजीशियन डियूटी आना छोड़ छुट्टी पर चले गये।
जिससे सुविधाएं मरीजों को नहीं मिल पा रही। बताया जा रहा है कि इन सबका कारण सिर्फ सीएमएस डॉ बीबीसी है । अभी 1 दिन पूर्व अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ कांग्रेश कार्यकर्ताओं ने जिला चिकित्सालय में इमरजेंसी के सामने धरना प्रदर्शन कर सीएमयस के कार्यों को लेकर विरोध जताया अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के रणजीत सलूजा ने कहा कि सीएमएस खुद भ्रष्ट हैं और इसी जिले में कई वर्षों से तैनात रह कर अपना निजी चिकित्सालय चला रहा है जो मरीज सुल्तानपुर जिला चिकित्सालय में आते हैंl
उन को बहला-फुसलाकर दलालों के माध्यम से अपने अस्पताल भिजवाते हैं , उन्होने यह भी कहा जिन दलालों की चर्चा मीडिया की सुर्खियों में आई है वह दलाल अन्य कोई नहीं बल्कि सीएमयस डॉक्टर बीबीसिंह के ही हैं । हर कोई अपना इलाज गरीब से गरीब व्यक्ति चिकित्सालय आता है यदि उसे खून की जरूरत है तो 3 से 5 हजार रुपए लेकर व्लड बैंक से खून उपलव्ध करवा दिया जाता है। यहां तक कि ब्लड बेचने का काम बड़े पैमाने पर किया जा रहा है जिसकी अगर जनता से जांच कराई जाए तो एक बड़ा खुलासा अस्पताल में और हो सकता है।.


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