जरायम की दुनिया फल फूल रही है फजल गंज थाना क्षेत्र में
बड़े वाहनों की मिनटों में होती है कटान
दूसरे जनपदों से नम्बर प्लेट बदल कर यहां आते हैं वाहन
इलाकाई पुलिस के बिना कैसे चल सकता है कारोबार*
कानपुर के थाना फजलगंज क्षेत्र में जरायम की एक बड़ी दुनिया सजी हुई है। जिसे आबाद रखने के लिए स्थानीय चौकी थाने के बिना यह कार्य संभव ही नहीं है। इलाकाई चर्चाओं पर अगर गौर करें तो गड़रियन पुरवा में मोटरलाइन की अतिव्यवस्तता का लाभ उठाकर दूरदराज के जनपदों से यहां के एक गोदाम में चोरी के छोटे-बड़े वाहन घंटे दो घंटे में एक-एक पुर्जा अलग करके थोक के भाव मांग के अनुरूप मोटर पार्ट्स की दुकानों में भेज दिये जाते है। यह खेल बड़े लम्बे स्तर पर खेला जा रहा है। जिससे इलाकाई पुलिस व थाना अध्यक्ष को संलिप्तता से इंकार नही किया जा सकता है। जिसमें शहर के एक लोकप्रिय सफेदपोश की सरपरश्ती भी कटान करने वाले पर है। चर्चा तो यहां तक है कि कानपुर नगर से चोरी हुई वाहनों को वह अपने गोदाम के आसपास फटकने भी नहीं देता है। क्योंकि यहां के इस तरह के वाहन चोर गिरोह व इस तरह के वाहन खरीदने वाले कबाड़ियों से सम्पर्क में रहने का मतलब बदनामी के अलावा कुछ नही है। लिहाजा वह देहात, कन्नौज, इटावा, औरैया के इस तरह के चोरी के वाहन नम्बर प्लेट बदलकर यहां पर मंगवा लेता है। जिसमें ज्यादातर बड़े वाहन भी होते हैं। छोटे वाहनों पर यह हाथ भी नही डालता है इस तरह के गोदाम में किसी की भी इंट्री आसानी से नहीं है। गोदाम संचालक का गरीबी ही यहां आ सकता है इस तरह का खेल आज से ही नहीं लम्बे समय से खेला जा रहा है। जिसमें थाना प्रभारी तो बदलते रहे किन्तु जरायम का यह साम्राज्य यू ही चलता रहा।
0 टिप्पणियाँ