नई दिल्लीः गांधी परिवार से एसपीजी सुरक्षा वापस लिए जाने के विरोध में कांग्रेस सदस्यों ने मंगलवार को लोकसभा में हंगामा किया। शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन की कार्यवाही आरंभ होते ही कांग्रेस के सदस्य नारेबाजी करते हुए आसन के निकट पहुंच गए। इसके बाद द्रमुक के सदस्य भी कांग्रेस के समर्थन में आसन के समीप पहुंच कर नारेबाजी करने लगे। कांग्रेस और द्रमुक के सदस्यों ने 'बदले की राजनीति बंद करो', 'एसपीजी के साथ राजनीति करना बंद करो' और 'वी वांट जस्टिस' के नारे लगाए।
वहीं दूसरी ओर राज्यसभा में भी वामदलों और कांग्रेस के सदस्यों के शोर-शराबा जारी है। इससे पहले सभापति एम. वेंकैया नायडू ने सुबह सदन की कार्रवाई शुरु करते हुए जरूरी दस्तावेज पटल पर रखवाए और कहा कि कुछ सदस्यों ने नियम 267 के तहत चर्चा कराने के नोटिस दिए हैं जिन्हें अस्वीकार कर दिया गया है। इस पर कांग्रेस के राजीव गौडा और उनके दल के अन्य सदस्य तथा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के विनय विस्वम तथा वाम दलों के अन्य सदस्यों ने जोर जोर से बोलना शुरू कर दिया।
बता दें कि हाल ही में सरकार ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी की एसपीजी सुरक्षा वापस ले ली थी। अब उन्हें जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई है। लोकसभा में बसपा के कुंवर दानिश अली ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्रों पर पुलिस द्वारा कथित तौर पर बल प्रयोग करने का मुद्दा उठाने का प्रयास किया। नेशनल कांफ्रेस के हसनैन मसूदी भी आसन के समीप खड़े हुए दिखाई दिए।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन में शोरगुल के बीच प्रश्नकाल आरंभ किया जिसकी शुरुआत किसानों की आय 2022 तक दोगुना करने संबंधी प्रश्नों से हुई। बिरला ने नारेबाजी कर रहे सदस्यों से अपने स्थान पर जाने की अपील करते हुए कहा कि किसानों के विषय पर चर्चा हो रही है और ऐसे में सदन में हंगामा अच्छी परंपरा नहीं है। लोकसभा अध्यक्ष की अपील के बाद भी सदन में हंगामा जारी रहा। नारेबाजी के बीच ही बिरला ने प्रश्नकाल को आगे बढ़ाया।
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