नई दिल्ली: आर्थिक मंदी से लेकर किसानों के मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेरने के लिए कांग्रेस 30 नवम्बर को दिल्ली के रामलीला मैदान में रैली करेगी. पार्टी के उच्च सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी आदि नेता इस रैली को संबोधित करेंगे. कांग्रेस की कोशिश है इस रैली में प्रमुख विपक्षी दलों के नेता भी शामिल हों. कांग्रेस नेताओं का कहना है कि आर्थिक मोर्चे पर सरकार को संसद के अंदर और बाहर घेरने की पूरी तैयारी है.
दरअसल बेरोजगारी, मंदी, किसानों की आत्महत्या, बैंकिंग प्रणाली की गड़बड़ियों जैसे आर्थिक संकट के मुद्दे पर कांग्रेस देशव्यापी प्रदर्शन कर रही है. पहले ये अक्टूबर में होना था लेकिन महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनाव के कारण प्रदर्शन का कार्यक्रम 5 से 15 नवम्बर तक के लिए आगे खिसकाया गया था. हालांकि अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद सुरक्षा कारणों से कांग्रेस ने कार्यक्रमों को रोक दिया था. इस बीच नवम्बर के पहले हफ्ते में कांग्रेस ने देश भर में आर्थिक मंदी को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की. अब कांग्रेस ने निर्देश जारी किया है कि 25 नवम्बर तक ब्लॉक से लेकर राज्यस्तर तक कार्यक्रम पूरे कर लिए जाएं. इन्हीं देशव्यापी प्रदर्शनों का समापन कांग्रेस रामलीला मैदान की रैली के जरिए करेगी.
इसकी तैयारियों के मद्देनजर 16 नवम्बर को कांग्रेस ने देश भर के अपने प्रमुख नेताओं की बैठक बुलाई है जिसमें सभी महासचिव, और सभी प्रदेश अध्यक्षों को मौजूद रहने को कहा गया है. 16 को ही पार्टी रामलीला मैदान में रैली का औपचारिक एलान करेगी. पार्टी की कोशिश है कि रैली में एक लाख की भीड़ इकट्ठा हो. महाराष्ट्र और हरियाणा चुनाव के नतीजों के बाद कांग्रेस के आकलन है कि अर्थव्यवस्था के संकट से आम आदमी परेशान है. जाहिर है इस मुद्दे पर बड़ा आंदोलन कर कांग्रेस अपने लिए वापसी का रास्ता तलाश रही है.
एक अहम बात ये भी है कि आर्थिक मुद्दों पर होने वाले प्रदर्शनों में कांगेस नेता गांधी परिवार से एसपीजी सुरक्षा हटाए जाने का मुद्दा भी उठाकर केंद्र सरकार पर निशाना साधेंगे. हाल में ही केंद्र सरकार ने सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी को एसपीजी की सुरक्षा हटा कर जेड प्लस की सुरक्षा दी है. इस बात का जिक्र कांग्रेस के उस आंतरिक नोट में है जिसे पार्टी ने आर्थिक मुद्दों पर प्रदर्शन के लिए जारी किया है.
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