सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि यूपी अब हत्याओं का प्रदेश बन चुका है। पुलिस भी सुरक्षा की नहीं, बल्कि हत्या की पर्याय बनकर रह गई है। न तो कानून-व्यवस्था में सुधार को लेकर बड़े विज्ञापन देने से स्थिति सुधरेगी और न ही नोडल अफसर बनाने से इसमें सुधार होगा।अखिलेश ने कहा कि हापुड़ में प्रदीप तोमर की पुलिस हिरासत में निर्ममता से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई है। झांसी में फर्जी एनकाउंटर दिखाकर पुष्पेंद्र यादव की हत्या कर दी गई। इटावा में पत्रकार अजितेश मिश्रा की पत्नी की हत्या हो गई। बदायूं में ब्रजपाल मौर्य को बिजली बकाया के बहाने हिरासत में लेकर जान ले ली गई। बदायूं में कर्ज तले दबकर किसान हेम सिंह ने आत्महत्या कर ली। 80 हजार के कर्ज पर ढाई लाख रुपया ब्याज देते-देते वह मर गया।सच तो यह है कि सरकार का हुक्म मानते हुए पुलिस और बेलगाम अपराधी लोगों को ठोक रहे हैं। फर्जी एनकाउंटर और भाजपा के राजनीतिक संरक्षण में फल-फूल रही अराजकता से जनता त्रस्त है। सपा सरकार में यूपी-100 समेत पुलिस को आधुनिक सुविधाओं और उपकरणों से लैस किया गया। महिलाओं से छेड़छाड़ न हो, इसके लिए 1090 वीमेन पावर लाइन की व्यवस्था थी। लेकिन, भाजपा सरकार में ये सारी व्यवस्थाएं ठप हो गई हैं। भाजपा लोकतंत्र का मखौल बनाने पर तुली है।
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